नयी दिल्ली 08 जुलाई, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने ट्विटर और फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर महिलाओं और बच्चों को अपशब्द कहने, उन्हें डराने - धमकाने और उनके साथ दुर्व्यवहार करने की शिकायतों से निपटने के लिए एक विशेष प्रकोष्ठ गठित किया है। केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने आज यहां बताया कि पिछले कुछ दिनों से महिलाओं के खिलाफ अपशब्द करने और उनके साथ गाली गालौच करने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं। इनसे निपटने के लिए मंत्रालय में एक विशेष प्रकोष्ठ का गठन किया गया है। हालांकि उन्होंने कहा है कि सरकार का इंटरनेट की निगरानी करने का कोई इरादा नहीं है लेकिन महिलाओं और बच्चों काे अपशब्द कहने, उनके साथ गाली गलौच करने और उनको डराने- धमकाने की शिकायतें मिलने पर कार्रवाई की जाएगी। पीडितों को इसकी शिकायत ई- मेल की जरिए करनी होगी। उन्हाेंने साफ किया गया कि इंटरनेट पर लिखने की आजादी से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। केवल अपशब्द, डराने- धमकाने और घृणा फैलाने वाले कथ्य पर विशेष प्रकोष्ठ काम करेगा।
इस बीच श्रीमती मेनका गांधी ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर इंडिया की प्रमुख महिमा कौल से मुलाकात की और महिलाओं तथा बच्चों के हितों के प्रतिकूल कथ्य को रोकने के तौर तरीकों को रोकने के उपायों पर विचार विमर्श किया। इस दाैरान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में सचिव लीना नायर और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। श्रीमती गांधी ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइटों पर महिलाओं को अपशब्द कहने की समस्या को केंद्रीय गृह मंत्रालय और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के समक्ष उठाया है और इस पर अकुंश लगाने की मांग की है। उन्होंने महिलाओं और बच्चों से ऐसी घटनाओं की शिकायत करने की सलाह दी थी। सूत्रों ने बताया कि मंत्रालय को ऐसे मामलों की बड़ी संख्या में शिकायत प्राप्त हो रही हैं। सुश्री कौल के साथ इन्हीं शिकायतों के संदर्भ में चर्चा की गयी।

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