देहरादून,02 जुलाई, उत्तराखंड में आपदा में मरने वालों की संख्या 39 पहुंच गयी है। सूत्रों के अनुसार पिथौरागढ़ में अभी तक 26 लोगों के मारे जाने की सूचना है और चार लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। ग्रामीणों की मदद से 15 शव निकाले गये हैं। जिले का बस्तड़ी गांव भूस्खलन से तबाह हो गया है। इस गांव में ही कई लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। उधर चमोली जिले में भूस्खलन में नौ लोगों के मरने की खबर है। दो मृतकों का विवरण अभी प्राप्त नहीं हो सका है। अभी तक कुछ ही शव निकाले जा सके हैं। पिथौरागढ़ जिले में इस आपदा में मारे गये लोगों की प्राप्त सूची इस प्रकार हैं,माधवानंद भट्ट (72) पुत्र मोती राम भट्ट,चंद्रबल्लभ(60) पुत्र जय दत्त, गिरीश चंद्र(35) पुत्र गोपाल दत्त भट्ट, रेवाधर भट्ट (45) पुत्र कृष्णानंद, रवींद्र भट्ट (45) पुत्र चंद्रबल्लभ, जहद सिंह(72) पुत्र मदन सिंह, बच्ची राम (45), पार्वती देवी (42) पत्नी बच्ची राम, मनोज कुमार (22) पुत्र बच्ची राम गंभीर रूप से घायल मंजू (50) पत्नी मोहन चंद्र, विनोद (21) पुत्र मोहन चंद्र, मोहन चंद्र (55) पुत्र हरी दत्त भट्ट, सुनीता (23) पुत्री मोहन चंद्र, नीलम (26) पत्नी कृष्णानंद है । अन्य मृतकों की पहचान के प्रयास किये जा रहे हैं ।लापता लोगों की सूची में रमुली देवी(80) पत्नी हरि दत्त, सरस्वती देवी (60) पुत्री हरिदत्त, दीपा (40) पत्नी चंद्रबल्लभ भट्ट, रिया (10) पुत्री चंद्रबल्लभ, कृष्णानंद भट्ट (42) पुत्र डिगरदेव, खुशी (10) पुत्री कृष्णानंद, आर्यन (8) पुत्र कृष्णानंद, माया दत्त भट्ट (45) पुत्र मुरलीधर, जीवन (31) पुत्र चंद्रबल्लभ, शेखर भट्ट (35) पुत्र दामोदर, चंद्रकला (26) पत्नी शेखर भट्ट, गिरीश चंद्र (28) पुत्र राम दत्त, जगदीश चंद्र (50) पुत्र नारायण दत्त, इंदु देवी (43) पत्नी जगदीश चंद्र और गौरव (17) पुत्र मोहन चंद्र आदि शामिल हैं।
चमोली प्रशासन ने छह लोगों के मरने की पुष्टि की है। तीन लोग अभी भी लापता हैं। मृतकों का विवरण अभी तक नहीं मिल सका है । इस घटना से अधिकतम क्षति बस्तडी गांव में हुई है,जहां 30 लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। क्षेत्र में लगातार बारिश के बाद बादल फटने से 60 से अधिक घर क्षतिग्रस्त हो गये हैं। गांवों में 200 मवेशियों की मौत हो गई है । अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ दो घंटे में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी,जिससे अधिकांश नदियों में बाढ़ आ गई है। आपदा प्रबंधन दल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम की वजह से बचाव कार्य बाधित हुए हैं। राज्य आपदा बचाव बल,अर्धसैनिक बल और सेना बचाव दल की कई टीम आपदा प्रभावित क्षेत्रों में फंसी हुई हैं। संचार के सभी साधन क्षतिग्रस्त हो गए हैं जिससे संपर्क में कठिनाई आ रही है ।

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