नयी दिल्ली, 10 अगस्त, कश्मीर में हाल की हिंसा की घटनाओं से उत्पन्न स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए राज्यसभा में आज विपक्षी सदस्यों ने सरकार से वहां के लोगों के साथ बातचीत के लिए एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजने तथा पाकिस्तान पर दबाव बनाने का अनुरोध किया। सदन में कश्मीर घाटी की वर्तमान स्थिति पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद ने कश्मीर के हालात पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाने तथा वहां सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को भेजने की मांग की । उन्होंने कहा कि कश्मीर देश का अभिन्न हिस्सा है तो वहां के लोगों के साथ भी अभिन्न अंग की तरह व्यवहार करना होगा। समस्या का समाधान प्यार-मोहब्बत से किया जाना चाहिए। समाजवादी पार्टी(सपा) के रामगोपाल यादव ने कहा कि कश्मीर में आतंकवाद से निपटने के लिए उसके मूल स्रोत पाकिस्तान पर दबाव बनाना होगा । उन्होंने कहा कि आजादी के बाद पाकिस्तान के साथ कई बार युद्ध हुए और उस दौरान उस पर आसानी से नियंत्रण बनाया जा सकता था, जिसके बाद वह कश्मीर में कोई समस्या खड़ी नहीं कर सकता था। हालांकि नेताओं ने इस अवसर को गंवा दिया । उन्होंने कहा कि 1965 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान की जो जमीन को जीती थी उसे नहीं लौटाना चाहिए था। इसके बाद 1971 में भी पाकिस्तान के 93 हजार फौज ने आत्मसर्पण किया था लेकिन इसके बावजूद उस पर कोई दबाव नहीं बनाया गया । श्री यादव ने कहा कि पाकिस्तान कश्मीर में आतंकवादियों को पैसा उपलब्ध कराता है। पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन युवकों को प्रशिक्षण देते हैं और उन्हें गुमराह करते है तथा उनसे अपने लोगों पर ही हमला कराते है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की जनता हिन्दुस्तान से अच्छा रिश्ता चाहती है लेकिन पाकिस्तान की सीमा प्रशासन पर नियंत्रण के लिए दोनों देशों के बीच बेहतर रिश्ते कायम नहीं होने देते । उन्होंने कहा “ पाकिस्तान को जब तक दुरूस्त नहीं किया जायेगा तब तक कश्मीर समस्या का समाधान नहीं होगा।” सपा नेता ने कहा कि भारत सरकार को मुजफराबाद और मीरपुर पर अपना दाबा करना चाहिये।
गुरुवार, 11 अगस्त 2016
सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजा जाये कश्मीर : विपक्ष
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