उत्तर प्रदेश में हो रही लगातार आपराधिक घटनायें, जिनसे निजात पाने के लिए सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव हर संभव प्रयास कर रहे हैं। लेकिन उनके अपने ही उन्हें बार-बार हाशिए पर धकेल रहे हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में समाजवादी पार्टी की जिला पंचायत अध्यक्ष के पति शिव कुमार सिंह को लाल बत्ती लगी गाड़ी में घूम रहे थे, अपनी तीन गाड़ियों के काफिले के साथ घर से शहर आ रहे शिव कुमार को पुलिस ने रोक लिया। सही कागज न दिखा पाने की वजह से उनकी गाड़ियों की तलाश शुरू कर दी गई। और जैसे ही तलाशी शुरू की गई उसमें पुलिस को जो मिला उसने सभी को सन्न कर दिया।
अवैध असलहों का जखीरा बरामद
गाड़ियों की तलाशी शुरू हुई तो असलहे का बड़ी जखीरा पुलिस के सामने था। जिसे देखकर पुलिसवाले चौंक गए। त्वरित कार्यवाही करते हुए सभी गाड़ियों को कब्जे में लिया गया। जांच पड़ताल में अवैध असलहे के साथ तीन लोगों को हिरासत में लिया गया।
आयोजन में शामिल होने जा रहे थे शिव कुमार
सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष ऊषा सिंह के पति शिव कुमार सिंह रविवार को लाल बत्ती लगी फॉर्च्यूनर गाड़ी से घर से किसी आयोजन में शामिल होने अपनी दो और गाड़ियों के काफिले के साथ सुल्तानपुर शहर आ रहे थे। उनके मुताबिक पुलिस लाइन क्रॉसिंग पार करके जब वह बढैय्या बीर पहुंचे की नगर कोतवाली की पुलिस ने उनकी गाड़ियों के काफिले को रोक लिया।
मामले को दबाने की हुई कोशिश
मामले की जानकारी पर पहुंचे लंभुआ विधायक संतोष पण्डे ने मामले को कथित रूप से दबाने की कोशिश की, लेकिन कोतवाल के रुख को देख कर मामला बनता नहीं दिखा। फिलहाल अवैध पिस्टल का लाइसेंस न दिखा पाने के चलते तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। साथ ही असलहा बरामदगी वाली सफारी गाड़ी को भी कब्जे में लिया गया।
इस पूरे मामले में काफी देर तक हाई वोल्टेज ड्रामा चला। शिव कुमार सिंह ने इसे विरोधियों द्वारा सोची समझी साजिश करार दिया है। उन्होंने कहा हमें फंंसाने की कोशिश की जा रही है।
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