रांची 15 अगस्त, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि देश की विकास यात्रा में हमारा प्रदेश भी कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहा है और देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। श्री दास आज यहां मोरहावादी मैदान में 70 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय घ्वज फहराने के बाद कहा कि लंबे संघर्ष के बाद हमें विदेशी शासन से मुक्ति मिली और हमने अपने बूते अपनी आकांक्षाओं को पूरा करने का संकल्प लिया तथा एक सम्प्रभू, समाजवादी, धर्मनिरपेक्ष तथा लोकतांत्रिक राष्ट्र की निर्माण की यात्रा प्रारंभ की। आज भारत विश्व मानचित्र पर एक सशक्त, स्वाभिमानी, आत्म निर्भर एवं सक्षम राष्ट्र के रूप में स्थापित हो रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से लगभग डेढ़ वर्ष पूर्व राज्य की सवा तीन करोड़ जनता ने एक लोकतांत्रिक, मजबूत एवं स्थायी सरकार के गठन का मार्ग प्रशस्त किया और बड़ी उम्मीदों के साथ उसे सत्ता सौंपी। हमारी सरकार के ऊपर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की बहुत बड़ी चुनौती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन के 15 वर्षों के बाद भी स्थानीयता का परिभाषित नहीं होना झारखंडवासियों के लिये दुर्भाग्य का विषय बना हुआ था। हमारी सरकार ने स्थानीयता नीति को चुनौती के रूप में स्वीकार किया। हमने दृढ़निश्चय कर लिया कि इस अधूरे काम को पूरा कर के रहेंगे। इसकी राह में कितनी भी मुश्किलें खड़ी क्यों न हो। हमने राज्य की जनता से सुझाव मांगा। विभिन्न राजनीतिक दलों एव बुद्विजीवियों से वार्ता कर उनके विचार जाने तथा सरकार के स्तर पर गहन विचार-विमर्श एवं समीक्षा के उपरांत राज्य की जनता के हितों के अनुकूल एक विकासपरक स्थानीय नीति का गठन किया।
उन्होंने कहा कि वर्षा-जल का अधिकतम उपयोग एवं भू-जल संवर्द्धन के लिये व्यापक पैमाने पर तलाब का निर्माण कराया गया तथा अब तक कुल 1,89,000 डोभा का निर्माण कार्य पूरा चुका है। सरकार द्वारा पूर्ण की गयी वृहत, मध्यम तथा लधु सिंचाई योजना तथा गैर सरकार माध्यम से निर्मित योजनाओं से कुल 9,198 लाख हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई क्षमता का सृजन हुआ है। जल संरक्षण के लिये झारखंड सरकार द्वारा किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुये भारत के प्रधानमंत्री ने इस विषय में झारखंड को एक अनुकरणीय उदाहरण बताया है। किसानों की समस्याओं के समाधान की दिशा में पहल करते हुये कृषि सिंगल विन्डो सिस्टम की स्थापना की गयी है । मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार द्वारा लागू विकास की गतिविधियां तेज हुयी है। साथ ही राज्य में निवेश को आकर्षित करने के लिये मुंबई, बेंगलुरू, हैदराबाद, कोलकाता तथा दिल्ली में रोड शो का आयोजन कर झारखंड की ब्रांडिंग की गयी। उद्योगों की मांगों के अनुरूप श्रम कानूनों का सरलीकरण किया गया और श्रम सुधारों के मामले में झारखंड देश का प्रथम राज्य बन गया। उन्होंने कहा कि झारखंडवासियों के लिये यह अत्यंत गौरव का विषय है कि हमारा राज्य व्यापार सुगमता सूचकांक तें तीसरे पायदान पर तथा भारत के तेजी से उभरते राज्यों में चोथे पायदान पर स्थान बना चुका है ।
उन्होंने कहा कि काॅर्पोरेट सोशल रेस्पाॅन्सिबिलिटी काॅन्सिल का गठन करने वाला देश का प्रथम राज्य झारखंड है। इस काॅन्सिल के गठन के द्वारा काॅर्पोरेट से जुडे लोगों को उनके दायित्वों के प्रति संवेदनशील बनाया गया। वित्तीय वर्ष 2014-15 में सी एस आर फंड का व्यय 379.59 करोड रूपये था जिसमें लगभग ढाई गुणा की वृद्वि करते हुये वित्तीय वर्ष 2015-16 में 916.23 करोड़ रूपये व्यय किया गया। उन्होंने कहा कि यह विडम्बना है कि आजादी के 69 वर्षों के बाद भी सभी लोगों तक स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित नहीं हो सकी है। राज्य की समस्त जनता को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है । श्री दास ने कहा कि नीर निर्मल परियोजना के कार्यान्वयन में वित्तीय वर्ष 2015-16 में विश्व बैंक के मूल्यांकन में झारखंड को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने कहा कि रामगढ जिले के टोकीसूद-पालू क्षेत्र में फिल्म सिटी के निर्माण की स्वीकृति दी गयी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जन वन योजना द्वारा खाली व बेकार पड़ी जमीनों पर आर्थिक सहायता देकर वृक्षारोपण को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वर्ष 2016 को सरकार के नियुक्ति वर्ष घोषित किया तथा सरकारी क्षेत्र में रिक्त पदों को भरने के लिये युद्वस्तर पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि झारखंड को शिक्षा का हब बनाने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे है। जनता का सरकार के प्रति विश्वास बढा है और सभी वर्गों को साथ लेकर विकास की इस यात्रा में आगे बढने का प्रयास किया जा रहा है । झारखंड को विकास यात्रा को उसकी मंजिल तक पहुंचाने में हम कोई कसर नहीं छोडंेगे तथा आपसी भाईचारा एवं सहयोग से खुशहाल झारखंड के सपने को साकार करेंगे।

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