नई दिल्ली 10 अगस्त, जम्मू कश्मीर में पिछले महीने पकडा गया पाकिस्तानी आतंकवादी बहादुर अली उर्फ सैफुल्ला लश्कर ए तैयबा का प्रशिक्षित सदस्य है और उसे घाटी में विरोध प्रदर्शनों के दौरान सुरक्षा बलों पर ग्रिनेड से हमला करने के लिए भेजा गया था। राष्ट्रीय जाचं एजेन्सी (एनआईए) के प्रवक्ता ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी दी । उन्होंने बताया कि बहादुर अली पाकिस्तान के लाहौर का रहने वाला है और उसे 26 जुलाई को कश्मीर के हंदवाड़ा जिले से स्थानीय लोगों से मिली जानकारी के आधार पर पकडा गया था। उससे पूछताछ के आधार पर सुरक्षा बलों ने अगले दिन क्षेत्र में उसके साथियों को पकडने का अभियान चलाया जिसके दौरान उसके चार साथी मारे गये थे। उन्होंने कहा कि बहादुर अली से पूछताछ में यह साबित हुआ है कि लश्कर के कैडर की घाटी में विरोध प्रदर्शनों में भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि बहादुर अली और मारे गये उसके चार साथियों के पास से चार ए के -47 रायफलें , रबर के नक्शे , कूट भाषा में लिखे संदेश , जापान में बने अत्याधुनिक आईकॉम वायरलैस सेट, हथगोले और कई अन्य उपकरण बरामद किये गये । उन्होंने कहा कि इस आतंकवादी से पूछताछ , बरामद किये गये दस्तावेजों और इलैक्ट्रानिक उपकरणों के आधार पर यह पता चला है कि उसे वहां की सेना के अधिकारियों द्वारा उच्च स्तर पर गहन प्रशिक्षण दिया गया था। उन्होंने बताया कि बहादुर अली ने 11 या 12 जून को घुसपैठ की थी और इस दौरान वह हंडवाडा के आस पास के गांवों में रहा। उसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित लश्कर ए तैयबा के एक उच्च क्षमता वाले कंट्रोल रूम एल्फा -3 से लगातार निर्देश दिये जाते थे । कंट्रोल रूम में बैठे उसके आकाओं ने उससे कहा था कि लश्कर के कैडर को घाटी में बुरहान वानी की मौत के बाद हुए प्रदर्शनों को भडकाने में सफलता मिली है और वह भी यही काम करें तथा सुरक्षा बलों पर हमलों को अंजाम दे।
गुरुवार, 11 अगस्त 2016
लश्कर ने घाटी मे प्रदर्शनों के दौरान हमला करने के लिए भेजा था बहादुर अली को : एनआईए
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