अबकी बार आरपार की लड़ाई में चिकित्सक
शहर के चिकित्सक ब्रजेश कुमार सिंह से रंगदारी मांगें जाने एवं नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दिये जाने के मामले में चिकित्सकों का हड़ताल चैथे दिन भी जारी रहा।जिस कारण जिले में चिकित्सा व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हुई है।मरीजों के जान पर बन आयी है।निजी क्लिनिक व नर्सिंग होम में ताला लटका हुआ है।सदर अस्पताल का ओपीडी भी बंद कर दिया गया है।लेकिन इमरजेंसी सेवा को हड़ताल से मुक्त रखा गया है जिस कारण मरीजों की भीड़ लगी रही।आईएमए के आह्वान पर आयोजित अनिश्चित कालीन हड़ताल को इंडियन डेंटल एसोसिएशन,केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन,पैथोलॉजी संघ का समर्थन भी प्राप्त है।जिस कारण हड़ताल का व्यापक प्रभाव दिख रहा है।मंगलवार से जिले के तमाम थोक व खुदरा दवा विक्रेता भी अनिश्चित काल के लिये अपने प्रतिष्ठान को बंद करने का निर्णय लिये हैं।हालांकि शहर में आपातकालीन स्थिति के लिये दो दवा दुकान खुली रखने का निर्णय लिया गया है।मरीजों की जान बचाने वाले चिकित्सक अपने ऊपर दिये गये जान मारने की धमकी के बाद से दहशत में है।चिकित्सकों का कहना है की रंगदारी व जान मारने की धमकी देने वाले अपराधियों की पुलिस अबतक गिरफ्तार नहीं कर पायी है।जबतक डाक्टरों की पूरी सुरक्षा बहाल नहीं होगी तबतक अनिश्चित कालीन हड़ताल जारी रहेगी।वहीं दूसरी ओर चिकित्सकों द्वारा लगातार बैठकों का दौर जारी है।वैसे इस मामले में पुलिस द्वारा गांधी पथ के दो मोबाइल सीम विक्रेता राजीव रंजन व संतोष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।लेकिन चिकित्सक असली अपराधी को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।जानकारी हो की डा ब्रजेश कुमार सिंह से बीते दस अगस्त को 25 लाख रुपये की रंगदारी मांगी गयी और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गयी।इससे पूर्व ब्रजेश ने 26 जुलाई को अपने कार के ऊपर गोली चलाने की बात भी कही थी।इससे पहले इस साल के शुरुआत में आठ फरवरी को भी डा ब्रजेश कुमार सिंह व डा आईडी सिंह तथा एक पैथोलॉजी संचालक से रंगदारी मांगी गयी थी।उस समय भी चिकित्सकों द्वारा हड़ताल किया गया था।
जिले में देश का 70वां स्वतंत्रता दिवस हर्षोल्लास व उमंग के वातावरण में मनाया गया।
स्वतंत्रता दिवस का मुख्य कार्यक्रम सहरसा स्टेडियम में आयोजित किया गया जहाँ कोसी प्रमंडलीय आयुक्त कुंवर जंग बहादुर ने राष्ट्रध्वज फहराकर देश के शहीदों को याद किया।।इस मौके पर अपने संबोधन में उन्होंने कहा की देश को अंग्रेजों से मुक्ति दिलाने में लेखकों,सेना,,पुलिस सहित आमलोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा है।आयुक्त ने राज्य में लागू पूर्ण शराबबंदी कानून की चर्चा करते हुए कहा की पूर्ण शराबबंदी से नैतिक चेतना जगी है।परिवार व समाज में सूख और शांति का वातावरण बना है।इस कानून के लागू होने से अपराध में कमी आई है और सड़क दुर्घटना भी कम हुई है।महिलाओं का सशक्तिकरण हो रहा है।उन्होंने राज्य सरकार के द्वारा लागू किये गए लोक शिकायत निवारण अधिनियम की चर्चा करते हुए कहा की यह एक क्रांतिकारी कानून है जिसमें जनता की शिकायतों का समाधान साठ दिनों में किए जाने का प्रावधान है।इस मौके पर सोनवर्षा विधायक रत्नेश सादा,जिलाधिकारी विनोद सिंह गु्ंजियाल,एडीएम उदय कृष्ण,उपविका आयुक्त दरोगा प्रसाद यादव,पुलिस अधीक्षक अश्विनी कुमार,सिविल सर्जन डा अशोक कुमार सिंह,अनुमंडल पदाधिकारी जहांगीर आलम,एसडीपीओ सुबोध कुमार विश्वास,वरीय उपसमाहर्ता किरण सिंह,सुनील दत्त झा,उत्पाद अधीक्षक रजनीश कुमार,मुख्यालय डीएसपी अरविंद प्रसाद सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी बिन्दुसार मंडल सहित काफी संख्या में दर्शक मौजूद थे। इस अवसर पर जिले के अनेक स्वतंत्रता सेनानी को सम्मानित किया गया। मुख्य समारोह के बाद क्रमशः प्रमंडल आयुक्त कार्यालय में कोसी आयुक्त कुंवर जंग बहादुर,डीआईजी कार्यालय में एसपी अश्विन कुमार,समाहरणालय में डीएम विनोद सिंह गुंजियाल,पुलिस लाइन में पुलिस अधीक्षक अश्विन कुमार,विकास भवन में डीडीसी दरोगा प्रसाद यादव,रेडक्रास कार्यालय में डा अब्दुल कलाम,एसडीओ कार्यालय में अनुमंडल पदाधिकारी जहांगीर आलम,एसडीपीओ कार्यालय में एसडीपीओ सुबोध कुमार विश्वास तथा सदर थाने में थाना अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने झंडोंतोलन किया।
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