रांची 27 जनवरी, झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि यदि हम अपनी क्षमता का पूर्ण उपयोग करें और जवाबदेही तय कर काम की निगरानी करें तो कोई कारण नहीं कि झारखंड विकसित राज्य न बन सके।श्री दास ने आज यहां वरीय प्रशासनिक अधिकारियों के साथ आयोजित विभिन्न विभागों की समीक्षा बैठक में कहा कि वर्ष 2017 झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित हो। सरकार की नीतियां जमीन पर उतरें, विकास एवं कल्याण कार्य तीव्रता से करें ताकि अगले तीन-चार साल में समृद्ध राज्यों की सूची में शामिल हो जाये। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबी समाप्त करके राज्य समृद्ध बन सकता है। राज्य में हर अधिकारी-कर्मचारी की जवाबदेही तय की जाये। उन्होंने कहा कि टीम झारखंड के कारण राज्य मे विकास कार्यों में जो तेजी आयी है, उसे बनाये रखने की जरूरत है। योजनाओं को जमीन पर उतारने के लिए समयबद्ध कार्ययोजना बनाई जाए, फाइलों का मूवमेंट त्वरित हो। सभी विभाग कार्यसंस्कृति को बेहतर बनायें। सभी विभागों में अच्छा से अच्छा काम करने की प्रतिस्पर्द्धा हो।
श्री दास ने कहा कि जिन गांवों में बिजली पहुंच रही है, वहां सांसद, विधायक एवं अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ उजाला दिवस के रूप में उत्सव मनाया जाए। उन्होंने बिजली चोरी रोकने के लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय किये जाने का निर्देश देते हुये कहा कि ट्रांसफार्मर से जितनी बिजली जा रही है, उतना राजस्व नहीं आ रहा है, तो अधिकारी को जिम्मेवारी लेनी होगी। विभाग समन्वय स्थापित कर काम करें ताकि 12 प्रतिशत मौजूदा विकास दर को अगले वर्ष इससे आगे बढ़ाई जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास दर बढ़ाने में कृषि एवं इससे जुड़े विभागों की अहम भूमिका है। कृषि के साथ ही पशुपालन, जल संसाधन, सहकारिता विभाग के बीच समन्वय बनाकर योजनाएं लागू की जानी चाहिए। उन्होंने स्वरोजगार के जरिये गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले लोगों की संख्या में कमी लाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है, जहां जनवरी में वित्त वर्ष 2017-18 का बजट पेश किया गया है। विभागों को तैयारी का पर्याप्त समय मिल गया है। अगले दो माह में ब्लू प्रिंट तैयार इसे 01 अप्रैल से लागू किया जाएगा। इसके लिए जरूरी डीपीआर, टेंडर आदि की प्रक्रिया पहले ही पूरी करनी होगी। श्री दास ने कहा कि दुनिया में झारखंड के प्रति लोगों की सोच बदली है। 16-17 फरवरी को हो रहे ग्लोबल इंवेस्टर समिट में इस नजरिये को बरकरार रखना होगा। हर विभाग अपनी जिम्मेवारी सही तरीके से निभाये। स्वच्छता का भी हमें ध्यान रखना है। निवेशकों को सम्मान देना होगा ताकि जब वे अपने शहर वापस जायें, तो झारखंड के बारे में अच्छी बातें लेकर जायें। बैठक के दौरान मुख्य सचिव राजबाला वर्मा, अपर मुख्य सचिव अमित खरे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संजय कुमार, सचिव सुनील कुमार वर्णवाल समेत सभी विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिवगण समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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