पटना 25 जनवरी, बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल यूनाइटेड(जदयू) ने उत्तर प्रदेश में हो रहे विधानसभा चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा करते हुए आज कहा कि धर्मनिरपेक्ष मतों के विभाजन को रोकने और भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की हार को सुनिश्चित करने के लिये यह कदम उठाया गया है । जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव के.सी. त्यागी ने यहां पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि उनकी पार्टी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लेने का फैसला लिया है । पार्टी चाहती थी कि उत्तर प्रदेश में बिहार जैसा महागठबंधन बने जिसमें सभी धर्मनिरपेक्ष दल शामिल हों लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका और अब इस परिस्थिति में वहां चुनाव लड़ना उचित नहीं होगा । श्री त्यागी ने कहा कि जदयू ने यह कदम चुनाव में धर्मनिरपेक्ष मतों के विभाजन को रोकने के लिये उठाया है ताकि भाजपा की हार सुनिश्चित हो सके । उन्होंने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार किसी भी दल के प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार करने के लिये उत्तर प्रदेश नहीं जायेंगे । जदयू के प्रधान राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री कुमार ने उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों कई सभाओं को संबोधित किया था और इसका काफी उत्साहजनक परिणाम भी देखने को मिला था । पार्टी के इस फैसले से उत्तर प्रदेश में जदयू के कार्यकर्ता दुखी हो सकते हैं लेकिन उन्हें अफसोस है कि पार्टी को धर्मनिरपेक्ष शक्तियों को मजबूत करने के लिये यह निर्णय लेना पड़ा है। श्री त्यागी ने कहा कि भाजपा ने वादा किया है कि उत्तर प्रदेश में सत्ता में आने के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनाया
जायेगा जो आचार संहिता का उल्लंघन है । धर्म के नाम पर वोट नहीं मांगा जा सकता और चुनाव आयोग को इसके लिये भाजपा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए । उन्होंने कहा कि राम मंदिर का निर्माण या तो अदालत के फैसले से या फिर आपसी सहमति से ही हो सकता है । इस अवसर पर जदयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि उनकी पार्टी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से यह मांग करती है कि नोटबंदी के 75 दिन होने पर लोगों को बतायें कि इससे क्या लाभ हुआ । उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने नोटबंदी का समर्थन किया था क्योंकि इसका उद्देश्य कालाधन को समाप्त करना था ।
श्री सिंह ने कहा कि सोना , चांदी , हीरा , जवाहारात , शेयर , भूमि और भवन में अकूत कालाधन छुपा है जब तक इसे सामने लाने के लिये केन्द्र सरकार कठोर कदम नहीं उठायेगी तब तक कालाधन के खिलाफ चलाया गया अभियान सफल नहीं होगा । उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी जल्द से जल्द से बेनामी सम्पत्ति के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग करती है । जदयू नेता ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री श्री कुमार ने विधि आयोग को एक पत्र लिखा है जिसमें कहा गया है कि समान आचार संहिता के मामले में सभी धर्मो के लोगों से बातचीत करनी चाहिए । समान आचार संहिता की ओर कदम उठाने के पहले इस मामले पर संसद और राज्यों के विधानसभा में भी चर्चा करायी जानी चाहिए । उन्होंने कहा कि पार्टी का यह मानना है कि इस मामले पर व्यापक विचार विमर्श के बिना कोई निर्णय लेना उचित नहीं होगा क्योंकि यह एक संवदेनशील मुद्दा है । श्री सिंह ने एक सवाल के जवाब में स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री श्री कुमार उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार करने नहीं जायेंगे और यदि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का भी इसके लिये निमंत्रण आता है तो निर्णय में परिर्वतन नहीं होगा । उन्होंने अपने ही अंदाज में कहा कि जदयू के लोग बिहार में ही प्रार्थना करेंगे कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा की करारी हार हो । इस मौके पर जदयू के राष्ट्रीय महासचिव आर .सी.पी सिंह , राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक ,राष्ट्रीय महासचिव रविन्द्र सिंह और राष्ट्रीय महासचिव संजय झा भी उपस्थित थे ।

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