नयी दिल्ली, 15 फरवरी, राष्ट्रपति,उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री समेत देश के कई गणमान्य नेताओं ने पीएसलवी के जरिए कार्टोसैट के साथ 103 नैनो उपग्रह के सफल प्रक्षेपण को एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताते हुए इसके लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन के वैज्ञानिकों बधाई दी है और कहा है कि इससे पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन हुआ है और उसका गौरव बढ़ा है। इसरो ने आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से आज ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान पीएसएलवी-सी37 के जरिए रिकार्ड 104 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किया। इनमें दो कार्टोसैट -2 सीरिज के स्वदेशी उपग्रह तथा 101 विदेशी अति सूक्ष्म नैनो उपग्रह हैं। इनमें से 96 उपग्रह केवल अमेरिका के हैं। राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने अंतरिक्ष विभाग के सचिव तथा इसरो के अध्यक्ष श्री ए एस किरण कुमार को भेजे संदेश में कहा कि यह दिन भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के इतिहास में एक अहम दिन के रूप में जाना जाएगा। राष्ट्र काे इस उपलब्धि पर गर्व है। इस प्रदर्शन ने एक बार फिर से भारत की बढ़ती अंतरिक्ष क्षमताओं को दर्शाया है। उन्होंने कहा कि वह इसके लिए श्री कुमार सहित इस मिशन से जुड़े वैज्ञानिकों ,इंजीनियरों, प्रौद्योगिकीविदों और अन्य सभी सहयोगियों को बधाई देते हैं और इसरो से अनुरोध करते हैं कि वह देश की अंतरिक्ष क्षमताओं की प्रगति के लिए प्रयास जारी रखे। उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी ने अपने संदेश में कहा कि जिस बेहतरीन तरीके से 104 उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण हुआ उसने एक बार फिर अंतरिक्ष में भारत की क्षमताओं को साबित किया है। इसके लिए इसरो के वैज्ञानिक बधाई के पात्र हैं।‘इसरो के भविष्य के अभियानों के लिए मेरी ओर से शुभकामनाएं।’ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने बधाई संदेश में इसरो के वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए कहा कि इस उपलब्धि के लिए ‘हम अपने वैज्ञानिकों को सलाम करते हैं। आज की इस असाधारण उपलब्धि के लिए इसरों की पूरी वैज्ञानिक टीम को बधाई। ’
बुधवार, 15 फ़रवरी 2017
प्रणव, अंसारी और माेदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को दी बधाई
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