- चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष पर 10-11 अप्रील को मुजफ्फरपुर, 18-19 को मोतिहारी और 21-22 अप्रैल को बेतिया में सत्याग्रह का कार्यक्रम.
- बेतिया के कार्यक्रम में माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, राज्य सचिव कुणाल, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, विधायक सुदामा प्रसाद सहित भाग लेंगे वरिष्ठ पार्टी नेता.
पटना 9 अप्रील, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष के अवसर पर हमारी पार्टी द्वारा चल रहे भूमि अधिकार सत्याग्रह के तहत 10-11 अप्रैल को मुजफ्फरपुर में, 18-19 अप्रैल को मोतिहारी और 21-22 अप्रैल को पश्चिम चंपारण के बेतिया में सत्याग्रह आंदोलन किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि बेतिया के कार्यक्रम में पार्टी के महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, पूर्व सांसद रामेश्वर प्रसाद, पार्टी विधायक सुदामा प्रसाद सहित वरिष्ठ पार्टी नेता भाग लेंगे. उन्होंने आगे कहा कि आज एक तरफ जब केंद्र व बिहार सरकार चंपारण आंदोलन शताब्दी पर ढकोसला कर रही है, हमारी पार्टी दलित-गरीबों के चास-वास की जमीन और अन्य सवालों पर सत्याग्रह चला रही है. हमारी मांग है कि बिहार सरकार ढकोसले की बजाए दलित-गरीबों के सवालों का ठोस जवाब दे. उन्होंने पश्चिम चंपारण में जिला प्रशासन द्वारा सामंतों-इस्टेटों के इशारे पर माले की बैठक पर रोक लगाने की कड़ी आलोचना की और कहा कि यह साबित करता है कि नीतीश सरकार गांधीजी के नाम पर ढकोसला कर रही है. चंपारण सत्याग्रह आंदोलन के समय अंग्रेजों ने गांधी जी के चंपारण प्रवेश पर रोक लगायी थी, आज नीतीश सरकार हमारी बैठक पर रोक लगा रही है. उन्होंने कहा कि हमने इस आंदोलन के तहत नारा दिया है: गांधी जी के सत्याग्रह का सम्मान करो - ढकोसला नहीं, गरीबों को जमीन दो और बागमती तटबंध के जरिए किसानों की खेत-खेती की बर्बादी पर रोक लगाओ.

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