पटना 13 अप्रैल, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि बाबा साहेब भीमराव अंबेदकर की 126 वीं जयंती को हमारी पार्टी सामाजिक बराबरी और अधिकार के संकल्प दिवस के बतौर मनाएगी. इसे विकेन्द्रित रूप से गांव-टोलों-मुहल्लों में मनाया जाएगा और जिला मुख्यालयों पर गोष्ठियां भी आयोजित की जाएंगी. उन्होंने आगे कहा कि दलितों की घोर विरोधी भाजपा द्वारा आज डाॅ. अंबेदकर को भी हड़पने की साजिश चल रही है. इसलिए जरूरी है कि डाॅ. अंबेदकर के संदेश को सही अर्थों में गांव के दलित-गरीबों-नौजवानों में ले जाने का कार्यभार हमारे सामने है. डाॅ. अंबेदकर यह मानते थे कि जाति व्यवस्था को तोड़े बिना दलितों की मुक्ति संभव नहीं है. उन्होंने कहा कि सामाजिक गुलामी के खिलाफ डाॅ. अंबेदकर सामाजिक बराबरी के आंदोलन के नेता थे. उन्होंने कहा कि आज एक तरफ केंद्र अथवा बिहार सरकार गांधी अथवा अंबेदकर का नाम तो लेती है, लेकिन काम ठीक उलटा करती है. चंपारण सत्याग्रह की शतवार्षिकी मनाने वाली बिहार सरकार बकाये की मांग कर रहे मजदूरों-किसानों पर गोली चला रही है. वहीं, गौरक्षकों व आरएसएस द्वारा पूरे देश में दलितों के खिलाफ युद्ध छेड़ दिया गया है, और भाजपा डाॅ. अंबेदकर को ‘आधुनिक मनु’ कहकर उनके संघर्ष केा खत्म कर देने पर आमदा है.
गुरुवार, 13 अप्रैल 2017
Home
बिहार
अंबेदकर की 126 वीं जयंती को माले सामाजिक बराबरी और अधिकार के संकल्प दिवस के रूप में मनाएगी.
अंबेदकर की 126 वीं जयंती को माले सामाजिक बराबरी और अधिकार के संकल्प दिवस के रूप में मनाएगी.
Tags
# बिहार
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
बिहार
Labels:
बिहार
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
संपादकीय (खबर/विज्ञप्ति ईमेल : editor@liveaaryaavart या वॉट्सएप : 9899730304 पर भेजें)

कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें