नयी दिल्ली, 12 अप्रैल, कांग्रेस ने आज कहा कि विपक्षी दल सरकार को जनहित के मामलों में बराबर सहयोग देना चाहते हैं लेकिन वह राज्यसभा की अनदेखी कर और लोकसभा में जल्दबाजी करके पर्याप्त चर्चा कराए बिना विधेयक पारित कराना चाहती है जिसका उन्हें अफसोस है। राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद तथा लोकसभा में कांग्रेस के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद का मानसून सत्र समाप्त होने के बाद यहां पार्टी मुख्यालय में संवादाताओं से कहा कि सत्र के दौरान पार्टी ने सभी विधेयकों पर सरकार को सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि पार्टी लोक महत्व के सभी मुद्दों पर सरकार को संसद में मदद करना चाहती है लेकिन वह लोकसभा में बहुमत के दम पर मनमर्जी से विधेयकों पर चर्चा का समय निर्धारित करती रही जबकि राज्यसभा में कई विधेयकों को धन विधेयक के रूप में पारित कराती रही। श्री आजाद ने कहा कि सरकार राज्यसभा की अनदेखी करके कई विधेयकों को धन विधेयक के रूप में राज्यसभा में लेकर आयी। उसे मालूम है कि इस सदन में उनका बहुमत नहीं है। यह रास्ता इस सरकार की चालाकी है। पहले इस तरह से राज्यसभा की अनदेखी कभी नहीं हुई। धन विधेयक को यदि राज्यसभा पारित नहीं भी करे तो लोकसभा से पारित होने के बाद उसे पारित ही मान लिया जाता है। उनका कहना था कि जहां सरकार विधेयक को लोकसभा में बहुमत के दम पर पारित कराकर राज्यसभा में लाती तो उस पर उच्च सदन में संशोधन जोड़ दिए जाते। श्री खडगे ने कहा कि सरकार ने विधेयक पारित कराने में जल्दबाजी की। उन्हें चर्चा के लिए ज्यादा समय देना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया जिसका उन्हें अफसोस है। उन्होंने कहा कि कई महत्वपूर्ण विधेयक थे जिन पर ज्यादा चर्चा की जरूरत थी लेकिन सरकार ने उनके लिए भी बहुत कम समय तय किया।
बुधवार, 12 अप्रैल 2017
विधेयक पारित कराने में सरकार की जल्दबाजी पर है अफसोस : कांग्रेस
Tags
# देश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
देश
Labels:
देश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें