- शराबबंदी की आड़ में 45 हजार गरीबों को जेल में किया गया है बंद, जबकि शराब माफियाओं पर कोई कार्रवाई नहीं.
पटना 5 अप्रील, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने शराबबंदी पर नीतीश सरकार के दावे को झूठा करार देते हुए कहा है कि पहले बिहार में खुल्लम-खुला शराब बिकती थी, अब छुपे तौर पर बिक रही है. यहां तक कि प्रशासन के संरक्षण में शराब की होम डिलीवरी हो रही है. प्रशासन व शराब माफियाओं का तंत्र खुलकर शराब का कारोबार कर रहा है और नीतीश कुमार मानव शृंखला बना रहे हैं. उन्होंने कहा कि शराबबंदी कानून गरीबों के लिए कहर साबित हुआ है. इसके ड्रैकोनियन प्रावधानों की वजह से अब तक 45 हजार लोगों को जेल की सींखचों में बंद कर दिया गया है. जबकि शराब की जिन्हें लत है, उनके लिए सरकार को पुनर्वास् व बड़ी संख्या में सुधार गृहों का निर्माण करना चाहिए था. इसकी बजाए सरकार ने इन लोगों को अपराधी बना दिया है. भाकपा-माले की मांग है कि शराबबंदी कानून को शराब माफियाओं पर नकेल कसने की दिशा में काम करे और प्रशासन-माफियाओं के गठजोड़ पर प्रहार करे.

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