पटना 06 अप्रैल, बिहार के पर्यावरण एवं वन विभाग ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के परिवार के सदस्यों की जमीन से बिना निविदा के 90 लाख रुपये की मिट्टी खरीद घोटाले की जांच शुरू कर दी है । राज्य के मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह ने आज बातचीत में कहा कि राज्य सरकार ने मीडिया में कथित मिट्टी घोटाले से संबंधित आ रही खबरों के संबंध में कोई जांच का आदेश नहीं दिया है। पर्यावरण एवं वन विभाग ने स्वत: विपक्ष के आरोपों के आधार पर मामले की जांच शुरू कर दी है। श्री सिंह ने कहा कि इस मामले से संबंधित संचिका को देखने के लिये उन्होंने मंगवायी है। इससे संबंधित संचिका उनके समक्ष आने के बाद ही कोई निर्णय लिया जायेगा। इस बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधान मंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट किया, “मिट्टी घोटाले की सरकारी जांच लालू के परिवार को क्लीन चीट देने की साजिश है। नीतीश जी में हिम्मत है तो सर्वदलीय समिति से जांच करायें। किसी अधिकारी की हिम्मत है कि लालू परिवार के खिलाफ जांच करें। सरकार गिर जायेगी।” जू निदेशक ने स्वीकार किया कि मिट्टी का टेंडर (निविदा) नहीं हुआ क्योंकि वन विभाग में टेंडर नहीं होता है। श्री मोदी ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “44 लाख की पांच लाख घन फुट मिट्टी एक हजार हाइवा से ढोया गया। इतनी मिट्टी मॉल के अलावा कहां से आ सकती है। लोगों को गोबर हटवाने के लिये पैसा खर्च करना पड़ता है । लेकिन, लालू जी ने सरकारी खर्च पर गोबर हटवा दिया । वाह रे लालू .. ।” इसी तरह भाजपा नेता ने फिर दूसरा ट्वीट किया, “बाप ने किया जानवारों के चारा का घोटाला, बेटों ने किया मिट्टी का घोटाला..।” उल्लेखनीय है कि भाजपा विधानमंडल दल के नेता एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री श्री मोदी ने आरोप लगाया है कि राजद अध्यक्ष श्री यादव के दोनों मंत्री पुत्र तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव और उनकी पुत्री चंदा यादव जिस निजी कंपनी के निदेशक हैं उसी कंपनी की जमीन पर बिहार का सबसे बड़ा शॉपिंग मॉल बनाया जा रहा है, जिसके बेसमेंट से निकाली गई मिट्टी को बड़े पुत्र तेज प्रताप के पर्यावरण एवं वन विभाग के अधीन पटना के संजय गांधी जैविक उद्यान को 90 लाख रुपये में बगैर निविदा के ही बेच दिया गया।
गुरुवार, 6 अप्रैल 2017
बिहार पर्यावरण एवं वन विभाग ने कथित मिट्टी घोटाले की शुरू की जांच
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