शराबबंदी पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को टालने के लिए धूर्तता कर रही है कुछ राज्य सरकारें : नीतीश - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 11 अप्रैल 2017

शराबबंदी पर सर्वोच्च न्यायालय के आदेश को टालने के लिए धूर्तता कर रही है कुछ राज्य सरकारें : नीतीश

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पटना 10 अप्रैल, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि राष्ट्रीय उच्च पथों (एनएच) और राज्य उच्च पथों (एसएच) के करीब शराब की बिक्री पर सर्वोच्च न्यायालय की रोक से बचने के लिए कुछ राज्य सरकारें धूर्तता कर रही हैं। श्री कुमार ने यहां सम्राट अशोक कन्वेंशन सेंटर के ज्ञान भवन में चंपारण सत्याग्रह शताब्दी वर्ष का उद्घाटन करते हुए कहा कि सर्वोच्च न्यायालय ने एनएच और एसएच से पांच सौ मीटर के अंदर शराब की दुकान बंद करने का आदेश दिया था लेकिन कुछ राज्य सरकारें शराब की दुकान उन उच्च पथों पर कायम रखना चाहती हैं। इसलिये वे एनएच और एसएच का दर्जा समाप्त करने के लिये फिर से अधिसूचना जारी कर रही हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें आश्चर्य होता है कि कोई भी शासन में रहकर इस तरह की धूर्तता कैसे कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद सरकार अब नशामुक्ति का अभियान चला रही है जिसे व्यापक जनसमर्थन मिल रहा है । सरकार अब अन्य सामाजिक बुराइयां जैसे दहेज प्रथा और बाल विवाह के खिलाफ भी अभियान चलायेगी। उन्होंने कहा कि चंपारण सत्याग्रह आंदोलन के शताब्दी वर्ष और वर्ष 2019 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती के मौके पर नशामुक्ति, दहेज प्रथा और बाल विवाह जैसी सामाजिक कुरीतियों को जड़ से उखाड़ फेंकने से बेहतर श्रद्धांजलि क्या हो सकती है । श्री कुमार ने कहा कि गांधी के विचार को जन-जन तक पहुंचाने के लिये उनकी सरकार ने कई कार्यक्रम बनाये हैं। इसके तहत स्मृति यात्रा निकाली जायेगी और गांधी जी के विचारों पर आधारित फिल्म बनाकर सौ की आबादी वाले बसावटों में दिखाई जायेगी । इसके साथ ही सभी स्कूलों में हर दिन गांधी जी के जीवन और विचारों से जुड़ी कहानियां सुनायी जायेगी।

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