नयी दिल्ली 18 मई, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि गंगा की अविरलता बनाये रखना उनके लिए कोई राजनीतिक मुद्दा नहीं बल्कि एक राष्ट्रीय महत्व का विषय है और इसके लिए केंद्र सरकार को बेहतर गाद प्रबंधन नीति बनानी चाहिए। श्री कुमार ने यहां इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में बिहार जल संसाधन विभाग की ओर से ‘गंगा की अविरलता में बाधक गाद : समस्या एवं समाधान’ विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुये कहा, “गंगा की अविरलता मेरे लिये कोई राजनैतिक मुद्दा नही है। यह बिहार के स्वार्थ से जुड़ा मुद्दा भी नही है। बल्कि यह राष्ट्र से जुडा हुआ मुद्दा है। यह प्रकृति एवं पर्यावरण से जुडा मुद्दा है। गंगा की अविरलता को कायम रखने के लिए केंद्र सरकार को बेहतर गाद प्रबंधन नीति बनानी चाहिए।” मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी की स्थिति चिंता का विषय है। नदी तल में तेजी से जमा हो रहा गाद जल के प्रवाह में अवरोध उत्पन्न कर रहा है। उन्होंने कहा कि गाद से जटिल समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इसका प्रतिकूल प्रभाव बिहार के साथ-साथ अन्य राज्यों पर भी पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में फरक्का बराज के बनने के बाद गंगा के उर्ध्व भाग में निरंतर गाद जमा होता रहा है, जिसके कारण बाढ़ का पानी बिहार के बक्सर, पटना तथा भागलपुर तक काफी देर तक रुका रहता है। उन्होंने कहा कि इसकी वजह से बिहार में आनेवाली बाढ़ से काफी तबाही मचती है, जिससे राज्य को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रत्येक वर्ष काफी नुकसान उठाना पड़ता है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2016 में बिहार में आयी बाढ़ इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
गुरुवार, 18 मई 2017
गंगा की अविरलता राजनीतिक नहीं, राष्ट्रहित का मुद्दा : नीतीश
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