योकोहामा 06 मई, देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक की अध्यक्ष अरुधंति भट्टाचार्य ने आज कहा कि जोखिम में फंसे ऋण नियंत्रण से बाहर नहीं हैं क्योंकि इस तरह की ऋण वाली अधिकांश कंपनियां भुगतान करने की स्थिति में है अाैर वे कारोबार कर रही हैं। श्रीमती भट्टाचार्य ने जापान के योकोहामा में एशियाई विकास बैंक (एडीबी) के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स की वार्षिक बैठक के इतर कहा कि ऋण लेने वाली कंपनियां बुरे दौर से गुजर रही हैं लेकिन वे बेहतर प्रदर्शन कर सकती हैं और बुरे दौर से बाहर भी निकल सकती हैं। उन्होंने कहा कि ऋण लेेकर उसे जोखिम में फंसाने वाली अधिकांश कंपनियां अभी भी कारोबार कर रही हैं और वे ऋण चुका सकती हैं। उन्होंने कहा कि कंपनियों के बुरे दौर से बाहर निकलने पर बैंक जोखिम में फंसे अधिकांश ऋण वसूल सकता है। उन्होंने उद्योगों के प्रति विश्वास जताते हुये कहा कि यदि उद्योग के पास ऋण की समस्या है तो उसके शेयर बेचने में मदद की जा सकती है। एक अनुमान के अनुसार अभी बैंकों के 12 लाख करोड़ रुपये के ऋण जोखिम में फंसे हैं जिनमें से नौ लाख करोड़ रुपये के ऋण एनपीए में तब्दील हो चुके हैं।
रविवार, 7 मई 2017
जोखिम में फंसे ऋण नियंत्रण से बाहर नहीं, वसूली हो सकती है : एसबीआई
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