पटना 10 जुलाई, बिहार भारतीय जनता पार्टी(भाजपा)विधानमंडल दल के नेता सुशील कुमार मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को गैसल रेल दुर्घटना और लोकसभा चुनाव में जनता दल यूनाईटेड(जदयू) की करारी हार से नैतिकता के आधार पर पद से इस्तीफा देने की याद दिलाते हुये आज कहा कि करोड़ों रुपये की बेनामी संपत्ति मामले में आरोपी बनाये गये उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफा देने से इनकार करने के बाद श्री कुमार के पास एक ही विकल्प है कि वह श्री यादव को बर्खास्त करें। श्री मोदी ने यहां कहा कि राजद विधानमंडल दल की आज हुई बैठक में श्री यादव के इस्तीफा देने से इनकार करने के बाद अब महागठबंधन के नेता एवं मुख्यमंत्री श्री कुमार के पास एक ही विकल्प बचा है कि वह श्री तेजस्वी यादव को मंत्रिमंडल से बर्खास्त करें। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टाॅलरेंस की बात कहने वाले मुख्यमंत्री का ही बयान है कि ‘उनकी कैबिनेट में कोई दागी नहीं रह सकता, बिहार में वह रहेंगे या भ्रष्टाचारी।’ उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि नैतिकता के आधार पर रेलमंत्री रहते हुये गैसल रेल दुर्घटना और लोकसभा चुनाव में जदयू की बिहार में करारी हार के बाद मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने वाले श्री कुमार क्या श्री तेजस्वी यादव को बर्खास्त करने की हिम्मत दिखायेंगे। भाजपा नेता ने कहा कि राजद की बैठक में श्री यादव के कार्यों की प्रशंसा करने वाले पार्टी नेता क्या तेजस्वी की वाहवाही इसलिए भी करेंगे कि इतनी कम उम्र में वह 750 करोड़ रुपये के माॅल, दिल्ली में करोड़ों रुपये के बंगले और हजार करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति के मालिक बन बैठे हैं।
श्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार के मामले में सजायफ्ता राष्ट्रीय जनता दल(राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव और उनकी पार्टी से तेजस्वी के इस्तीफे की अपेक्षा कैसे की जा सकती है जो अपराध के अनेक संगीन मामलों में सजायफ्ता राजद के पूर्व सांसद मोहम्म्द शहाबुद्दीन जैसे दुर्दांत को अपनी पार्टी में बना कर रखे हुये हैं। भाजपा नेता ने कहा कि केन्द्रीय जांच एजेंसियों की कार्रवाई को महागठबंधन तोड़ने की साजिश बताने वाले जदयू के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव भूल रहे हैं कि वर्ष 2008 में वर्तमान जल संसाधन मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह के साथ तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन देकर उन्होंने रेलवे के दो होटलों के बदले डिलाइट कम्पनी को पटना में तीन एकड़ जमीन दिलवाने के आरोप में राजद अध्यक्ष के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। उल्लेखनीय है कि राजद विधानमंडल दल की यहां हुई बैठक में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के इस्तीफा नहीं दिये जाने को लेकर सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है।
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