वाशिंगटन, 13 सितंबर, दुनिया में कोई भी चीज व्यर्थ नहीं जाती है और वैज्ञानिकों की ताजा खोज इसी बात को चरितार्थ करती है। वैज्ञानिकों ने ऐसा एल्युमिनियम नैनो पाउडर बनाया है जो मूत्र को तुरंत हाइड्रोजन में बदल देगा जिसका इस्तेमाल ईंधन के सेल को ऊर्जा देने और स्वच्छ ऊर्जा उपलब्ध कराने में किया जा सकता है। शोधकर्ताओं में भारतीय मूल का एक वैज्ञानिक भी शामिल हैं। यूएस आर्मी रिसर्च लैबोरेटरी (एआरएल) के वैज्ञानिकों ने पहले घोषणा की थी कि उनका नैनो-गैल्वैनिक एल्युमिनियम पाउडर पानी के संपर्क में आने पर शुद्ध हाइड्रोजन का उत्पादन कर सकता है। शोधकर्ताओं ने पानी के सम्मिश्रण वाले किसी तरल पदार्थ में अपना पाउडर मिलाकर ऐसी ही रासायनिक क्रिया की। उन्होंने पाया कि इस पाउडर में मूत्र मिलाने से सामान्य जल मिलाने के मुकाबले कहीं अधिक दर से हाइड्रोजन पैदा होती है। एआरएल शोधकर्ता क्रिस्टोफर डार्लिंग ने कहा, ‘‘आर्मी वैज्ञानिक के तौर पर हमारा काम ऐसी सामग्री और तकनीक विकसित करना है जिससे सैनिकों को सीधे लाभ मिलें और उनकी क्षमताएं बढ़े। हमने एक ऐसी तकनीक विकसित की जो तुरंत पानी से हाइड्रोजन बना देगी।’’ ब्रह्मांड में प्रचुर मात्रा में पाए जाने वाले हाइड्रोजन में ईंधन से चलने वाले सेल को ऊर्जा देने और भविष्य में सैनिकों को ऊर्जा उपलब्ध कराने की क्षमता है। शोधकर्ताओं ने बताया कि ईंधन सेल्स बिना प्रदूषण के बिजली उत्पन्न करते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ईंधन सेल्स कमबशन इंजन के मुकाबले ज्यादा ऊर्जा से भरपूर होते हैं और उन्हें ऊर्जा देने में इस्तेमाल किया जाने वाला हाइड्रोजन विभिन्न स्रोतों से उत्पन्न हो सकता है।’’
बुधवार, 13 सितंबर 2017
विशेष : मूत्र से हाइड्रोजन ईंधन पैदा करने वाले नैनो पाउडर की खोज
Tags
# विज्ञान
# विदेश
Share This
About आर्यावर्त डेस्क
विदेश
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
Author Details
सम्पादकीय डेस्क --- खबर के लिये ईमेल -- editor@liveaaryaavart.com
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें