दानापुर/पटना (आर्यावर्त डेस्क) .एकता परिषद बिहार के बैनर तले प्रगति भवन में जनांदोलन 2018 को लेकर तैयारी रणनीति पर व्यापक चर्चा की गयी.इसमें 20 जिले के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिये. एकता परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रदीप प्रियदर्शी ने कहा कि 2007 में जनादेश और 2012 में जन सत्याग्रह पदयात्रा सत्याग्रह की गयी.दोनों आंदोलन में राष्ट्रीय भूमि सुधार नीति बनाने के साथ अन्य मांग की गयी.जो लगभग 11साल के बाद मांग पूर्ण नहीं की गयी. उन्होंने कहा कि 2 अक्टूबर से जनांदोलन 2018 पदयात्रा सत्याग्रह शुरू होगी. 6 सूत्री मांग यथा राष्ट्रीय आवासीय भूमि अधिकार कानून की द्योषणा एवं क्रियान्वयन,राष्ट्रीय कृषक हकदारी कानून की द्योषणा एवं क्रियान्वयन,राष्ट्रीय भूमि नीति की द्योषणा व क्रियान्वयन,भारत सरकार द्वारा पूर्व में गठित राष्ट्रीय भूमि सुधार परिषद और राष्ट्रीय भूमि सुधार कार्यबल समिति को सक्रिय करना,वनाधिकार कानून -2006 और पंचायत (विस्तार उपबन्ध) अधिनियम -1996 के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए राष्ट्रीय व प्रांतीय स्तर पर निगरानी तंत्र की स्थापना और भूमि संबंधी विवादों के शीघ्र समाधान के लिए त्वरित न्यायालयों का संचालन को लेकर पलवल(हरियाण) से दिल्ली तक पदयात्रा करेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार के 38 जिले में भूमि व आवास के मसले लेकर प्रखंड से लेकर जिले तक आंदोलन तेज किया जाएगा.इस बीच हस्ताक्षर अभियान चलाकर हस्ताक्षरों का पुलिंदा महामहिम राष्ट्रपति जी को पेश करेंगे.बिहार से 5 हजार की संख्या में पदयात्री जनांदोलन 2018 में शिरकत करेंगे.जमीन /द्यर संबंधी नियम-कानून बनवाने के लिये हरियाणा (पलवल) से दिल्ली लेने वाले सत्याग्रहियों की सूची तैयार की जाएगी. पदयात्रियों को भोजन की व्यवस्था गांवद्यर से ही गयी. प्रत्येक जिले से 2 किंवटल अनाज संग्रह किया जाएगा. इस तरह के कार्य अनाज कोष में संग्रह करेंगे.10 व्यक्तियों पर 1 मुखिया का चयन करना है. चयनित मुखिया का 1 दिन का प्रशिक्षण आयोजित होगा. इस तैयारी बैठक में सिंधु सिंहा, मंजू डुंगडुंग, वीणा हेम्ब्रम , रंजीत राय,अनिल पासवान,गणेश दास उपस्थित रहे.
गुरुवार, 10 मई 2018
बिहार : एकता परिषद की जनांदोलन पर व्यापक चर्चा
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