मधुबनी : दिव्यांगों की समस्याओं के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 17 मई 2018

मधुबनी : दिव्यांगों की समस्याओं के लिए चलंत न्यायालय का आयोजन

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मधुबनी (आर्यावर्त डेस्क) 17 मई, : स्थानीय टाउन हाॅल में गुरूवार को दिव्यांगों की समस्याओं के लिए चलंत न्यायालय (मोबाईल कोर्ट) का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ श्री षिवाजी कुमार,राज्य आयुक्त,निःषक्तता,बिहार,पटना, श्री शीर्षत कपिल अषोक,जिला पदाधिकारी,मधुबनी, डाॅ. शंभू कुमार रजक, अपर आयुक्त,निःषक्तता,बिहार,पटना एवं अन्य पदाधिकारियों के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। इस  कार्यक्रम का आयोजन बिहार में पहली बार मधुबनी में किया गया। है।  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पदाधिकारी ने कहा कि दिव्यांगजन किसी से भी कम नहीं है। उनमें एक विषिष्टा भी होती है, वे एक अंग से दिव्यांग होते है, तो उनका दूसरा अंग काफी बेहतर काम करता है। जैसे पैर से अपंग है,तो वे हाथ के सहारे आगे बढ़ने में सक्षम होते है। चलंत न्यायालय का उद्देष्य दिव्यांगों के सभी प्रकार के परेषानियों को एक ही जगह दूर करना है। ऐसे चलंत न्यायालय का आयोजन होने से दिव्यांगों को काफी सहुलियत होगी और उन्हंे अपनी समस्याओं के निदान का मौका मिलेगा।  जिला पदाधिकारी ने कहा कि प्रत्येक सप्ताह में दो दिन शुक्रवार और शनिवार को कार्यालय प्रारंभ काल(10 बजे) में ही समाहरणालय के निचले तल में दिव्यांगजनों की समस्याओं को वे सुनेंगे। उनकी अनुपस्थिति(क्षेत्र भ्रमण) में सहायक निदेषक,सामाजिक सुरक्षा के द्वारा दिव्यांगजनों की समस्याओं को सुना जायेगा। एवं उनके आने के बाद वे फिर स्वयं दिव्यांगजनों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करंेगे। उन्होने कहा कि दिव्यांगजनों एवं बृद्धों को समाहरणालय के उपरी तल पर जाने में काफी कठिनाई होती है। उनके लिए लिफ्ट की व्यवस्था करने हेतु प्रस्ताव बनाकर भेजा जायेगा। उन्होने कहा कि बिहार सरकार द्वारा 7 निष्चय के तहत विभिन्न विकासात्मक कार्य किये जाते है। आठवां निष्चय दिव्यांगजनों से संबंधित हो सकेगा। उन्होने कहा कि वे मूकबधिरों के लिए शीघ्र ही इंटरप्रेन्योर की व्यवस्था करने का प्रयास करेंगे।

तत्पष्चात आयुक्त, निःषक्तता के द्वारा बताया गया कि दिव्यांगजन अपने विभिन्न प्रकार की समस्याओं के निदान हेतु 24 घंटे टाॅल फ्री नंबर 8448385590 पर संपर्क कर सकते है। उन्हे अपना नाम,पता एवं मोबाईल नंबर बताना होगा। तत्पष्चात राज्य स्तरीय पदाधिकारी उनकी समस्या को दूर करने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों के लिए मधुबनी जिला माॅडल जिला बनेगा। यही से चलंत न्यायालय की शुरूआत की गयी है। यह कार्यक्रम प्रत्येक जिले में चलाया जायेगा। उन्होंने कहा कि सभी दिव्यांगजन आधार कार्ड बनवा लें। इससे उन्हें विभिन्न प्रकार के सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी। कार्यक्रम में लगभग 750 दिव्यांगजन शामिल हुए। जिसमें लगभग 350 दिव्यांगजनों को दिव्यांगता प्रमाण पत्र निर्गत किया गया। साथ ही अन्य लोगों के दिव्यांग पेंषन, इंदिरा आवास से संबंधित मामलों की सुनवाई की गयी। साथ ही ट्राईसाईकिल के लिए आये दिव्यांगजनों से भी आवेदन लिया गया। एवं कहा गया कि जो दिव्यांगन इस चलंत न्यायालय में शामिल नहीं हो सके है,वे अपने प्रखंड कार्यालय में अपने आवेदन, आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण-पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति और आवास प्रमाण पत्र प्रखंड में जमा करेंगे। सभी प्रखंडों से डिमांड सूची आने पर क्रय कर उन्हें ट्राईसाईकिल दी जायेगी। साथ ही प्रत्येक शनिवार को सिविल सर्जन कार्यालय,मधुबनी में दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनाया जाता है। एवं प्रखंड में भी बनाया जाता है। इस कार्यक्रम में दिव्यांगजनों के समस्याओं के निदान हेतु विभिन्न विभागों का स्टाॅल लगाया गया,जहां से आॅन-स्पाॅट मामले का निदान किया गया। इस कार्यक्रम में ही बिहार में पहली बार थैलिसीमीया के दिव्यांग आदित्य कुमार को दिव्यांगता प्रमाण पत्र दिया गया।  इस अवसर पर श्री समीर कुमार महासेठ,माननीय विधायक,मधुबनी श्री कुमार सत्यकाम, सहायक निदेषक,सामाजिक सुरक्षा,मधुबनी, श्री विनोद कुमार,प्रभारी जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी,मधुबनी समेत अन्य पदाधिकारीगण उपस्थित थे।

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