बिहार : एआईएसएफ ने किया शिक्षा मंत्री का पुतला दहन , - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 26 जून 2018

बिहार : एआईएसएफ ने किया शिक्षा मंत्री का पुतला दहन ,

स्नातक का नामांकन बिहार बोर्ड से कराए जाने एवं इंटर परीक्षाफल में व्यापक गड़बडी पर जताया, बोर्ड चेयरमैन की बर्खास्तगी कि मांग।। 
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पटना (आर्यावर्त डेस्क) 26 जून,  स्नातक का केंद्रीकृत नामांकन बिहार बोर्ड से कराए जाने, इंटर परीक्षाफल में व्यापक गड़बडी, सभी छात्राओं एवं एससी-एसटी के छात्रों को पीजी तक निशुल्क शिक्षा सुनिश्चित करने, मैट्रिक की उत्तर पुस्तिका गायब करने एवं परीक्षाफल गड़बडी के जिम्मेदार बोर्ड चेयरमैन आनंद किशोर की बर्खास्तगी कि मांग को लेकर आज एआईएसएफ के छात्रों ने राज्यव्यापी आंदोलन के तहत शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का पुतला दहन किया।। पुतला दहन से पूर्व कॉलेज ऑफ कॉमर्स साइंस एंड आर्टस् से छात्रों ने जुलूस भी निकाला। पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय मुख्य द्वार तक पहुंचा जहां पुतला दहन कर छात्रों ने अपने गुस्से को जाहिर किया। पुतला दहन के बाद सभा आयोजित की गई।  सभा को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के राज्य सचिव सुशील कुमार ने कहा कि  बिहार बोर्ड से मैट्रिक एवं इंटर संभल नहीं रहा है और राज्य सरकार स्नातक का अतिरिक्त भार डालकर बची - खुची शिक्षा को भी चौपट करना चाहती है। ताजातरीन फैसले से पूरे राज्य के छात्र - छात्राएं हलकान है और और सरकार को इस बात की कोई फिक्र नहीं है। परीक्षाफल गड़बड़ी के जिम्मेदार बोर्ड चेयरमैन आनंद किशोर की बर्खास्तगी कि मांग करते हुए उन्होंने इस फैसले को नीतीश सरकार के ताबूत कि आखिरी कील बताया।। वहीं जिला अध्यक्ष अक्षय कुमार ने कहा कि राज्य सरकार ने पिछले दिनों सभी छात्राओं एवं एससी-एसटी के छात्रों को पीजी तक निःशुल्क शिक्षा देने की बात कही थी लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और है। सरकार को अपने आदेश का पालन करते हुए इंटर सहित सभी विद्यार्थियों को पीजी तक निःशुल्क शिक्षा सुनिश्चित करना चाहिए। अध्यक्षता करते हुए जिला सहसचिव अभिषेक राज ने कहा कि हालिया फैसला विश्वविद्यालय कि स्वायत्तता पर बड़ा हमला है। बिहार बोर्ड का दखलंदाजी विश्वविद्यालयों के अंदर कर सरकार अपनी मंशा जाहिर कर रही है जिसे छात्र समुदाय बर्दाश्त नहीं करेगा। सभा को तौसिक आलम, अविनाश कुमार, साकेत कुमार, बबलू राज, मौर्या सिंह, आनंद कुमार, सूरज कुमार अविनाश आनंद ने भी संबोधित किया।

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