- ऐपवा, आइसा-इनौस-खेत मजदूर सभा-किसान महासभा-ऐक्टू आदि संगठनों ने बिहार बंद को दिया समर्थन, पूरे बिहार में हो रही है बिहार बंद की व्यापक तैयारी
पटना (आर्यावर्त डेस्क) 30 जुलाई, ऐपवा, आइसा-इनौस के साथ-साथ अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा, अखिल भारतीय किसान महासभा, ऐक्टू आदि संगठनों ने 2 अगस्त के बिहार बंद का समर्थन किया है. इन संगठनों के नेताओं ने कहा है कि पूरे बिहार में उनके कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे और बिहारवासियों से सत्ता के संरक्षण में घटित मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न और दलितों-गरीबों पर बढ़ते हमले के खिलाफ आम लोगों से बिहार बंद को ऐतिहासिक बनाने की अपील करेंगे. ऐपवा की राज्य सचिव शशि यादव व राज्य अध्यक्ष सरोज चैबे, आइसा के बिहार राज्य अध्यक्ष मोख्तार व राज्य सचिव शिवप्रकाश रंजन, इनौस के राज्य अध्यक्ष मनोज मंजिल व राज्य सचिव नवीन कुमार, अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के राज्य अध्यक्ष वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता व राज्य सचिव गोपाल रविदास, अखिल भारतीय किसान महासभा के राज्य अध्यक्ष विशेश्वर प्रसाद यादव व सचिव रामाधार सिंह, ऐक्टू के वरिष्ठ नेता आर एन ठाकुर आदि नेताओं ने संयुक्त बयान जारी कर इसकी घोषणा की है.
संगठन के नेताओं ने कहा कि मुजफ्फरपुर की घटना से आज पूरा बिहार शर्मसार है. ऐपवा और अन्य महिला संगठनों ने इस विषय पर शुरूआती दिनों से ही पहलकदमी ले रखी है. उन संघर्षों का ही नतीजा है कि आज इस मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार हुई है. लेकिन इतना भर से काम नहीं चलने वाला है. हमारी मांग है कि पटना उच्च न्यायालय के निर्देशन में मुजफ्फरपुर सहित सभी अल्पावासों, रिमांड होमों की जांच कराई जाए, टाटा इंस्ट्च्यिूट आफ सोशल साइंस की रिपोर्ट सार्वजनिक की जाए, समाज कल्याण मंत्री मंजू वर्मा व भाजपा कोटे से मंत्री सुरेश शर्मा को बर्खास्त किया जाए और चंद्रशेखर वर्मा को अविलंब गिरफ्तार किया जाए.
नेताओं ने बिहार के छात्र-युवाओं, महिलाओं, दलित-गरीबों और न्यायप्रिय नागरिकों से बिहार बंद को सक्रिय समर्थन देने की अपील की है ताकि मुजफ्फरपुर यौन उत्पीड़न जैसी घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और बिहार को शर्मसार होने से बचाया जा सके. 31 जुलाई व 1 अगस्त को पटना शहर में बंद के समर्थन में प्रचार जुलूस निकलेगा.
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