विभिन्न धर्मो के धर्माचार्यों द्वारा हरित विकास पर स्विट्जरलैण्ड में सम्पन्न हुई अन्तर्राष्ट्रीय वार्ता - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 1 जुलाई 2018

विभिन्न धर्मो के धर्माचार्यों द्वारा हरित विकास पर स्विट्जरलैण्ड में सम्पन्न हुई अन्तर्राष्ट्रीय वार्ता

पीएआरडी द्वारा स्विट्जरलैण्ड में आयोजित वार्षिक आम सभा में विश्व स्तर पर ख्यातिप्राप्त  हस्तियों, विभिन्न धर्मो के प्रमुखों एवं विख्यात संगठनों ने सहभाग किया, भारत से पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं साध्वी भगवती सरस्वती जी ने किया सहभाग, साध्वी भगवती सरस्वती जी का पीएआरडी द्वारा संचालन समिति के विशेष सदस्य के रूप में  चयन  किया, विश्व शान्ति, बच्चों के प्रति बढ़ती हिंसा के प्रति जागरूकता लाने, महिला सशक्तिकरण और सम्मान का भाव जाग्रत करने, शिक्षा, स्वास्थ्य, विश्व के विभिन्न धर्मो को संगठित कर हरित विकास के लिये मिलकर कार्य करने हेतु प्रेरित करना आदि विषयों पर हुई विशद चर्चा, भारतीय संस्कृति शिक्षा देती है नारी प्रदर्शन नहीं बल्कि प्रेरणा है , 

  • नारियों के प्रति प्रदर्शन का नहीं बल्कि दर्शन भाव हो-पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी

  • सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य है बच्चों का अधिकार-साध्वी भगवती सरस्वतीजी


’पीएआरडी’ इंटरनेश्नल पार्टनरशिप आॅन रिलिजन एण्ड सस्टेनेबल डेंवलपमेंट एक अन्तर्राष्ट्रीय संगठन है जिसका उद्देश्य धार्मिक मूल्यों का सकारात्मक प्रभाव, हरित, सतत एवं स्थायी विकास, मानवीय सहायता के लिये धार्मिक, नागरिक समाज संगठन, सरकारी, गैर सरकारी संगठनों की सहभागिता से कार्य करना

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ऋषिकेश, 29 जून। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस के सह-संस्थापक पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और जीवा की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती जी ने ’पीएआरडी’ इंटरनेश्नल पार्टनरशिप आॅन रिलिजन एन्ड सस्टेनेबल डेंवलपमेंट की वार्षिक आम सभा में सहभाग किया।  ’पीएआरडी’ संगठन दुनिया का पहला संगठन है जो तीन अलग-अलग सेन्टर जोन में कार्य करता है। इस संगठन में बीएमजेड, फेडेरल मिनिस्ट्री फाॅर इकॉनामिक्स कार्पोरेशन एण्ड डेंवलपमेंट, यूनाईटेड स्टेट एजेन्सी फाॅर इंटरनेश्नल डेंवलपमेंट, कायसीड, यूनिसेफ, द वर्ड बैंक,  यूनाईटेड नेशन वर्ड फूड प्रोग्राम, ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस, यूनाईटेड नेशन पापूलेशन फंड, यूनाईटेड नेशन डेंवलपमेंट प्रोग्राम, यूएन विमेन और अन्य विश्व विख्यात संगठन इसके सदस्य है। इस संगठन में यूनाईटेड किंगडम, यूनाईटेड स्टेट, जर्मनी व अन्य देशों की सरकारों की सहभागिता है। साथ ही इस संगठन के साथ विश्व के विभिन्न धर्मो के विख्यात संगठनों की भी सहभागिता है।  ’पीएआरडी  की वार्षिक बैठक में हिन्दू संगठन से भारत का प्रतिनिधित्व स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज और साध्वी भगवती सरस्वती जी ने किया।  इस सभा में परमार्थ निकेतन की साध्वी भगवती सरस्वती जी का आगामी दो वर्षो तक कार्य करने हेतु संचालन समिति में विशेष सदस्य के रूप में चयन किया गया। समिति द्वारा छः सदस्यों का चयन किया गया है। अब विश्व के सभी ज्वलंत मुद्दों पर सक्रियता से कार्य करने हेतु साध्वी भगवती सरस्वती जी अपना योगदान प्रदान कर सकेगी। स्वामी जी महाराज ने कहा कि साध्वी जी ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस की अन्तर्राष्ट्रीय महासचिव होने के नाते स्वच्छता, शिक्षा और स्वास्थ्य के मुद्दों पर और अधिक कार्य कर सकेगी जिससे हम हरित विकास करते हुये हरित विश्व का निर्माण कर सकेंगे। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने इस सभा में महिलाओं एवं बच्चों के प्रति बढ़ते अपराधों तथा बढ़ती जल की समस्याओं पर जोर देते कहा कि आने वाले 10 वर्ष बहुत महत्वपूर्ण है अभी ध्यान नहीं दिया गया तो फिर बहुत देर हो जायेगी।  उन्होंने कहा कि अब विश्व स्तर पर विकास तो हो पर हरित विकास हो। हम अपने जल, पर्यावरण, पेड़, पहाड और पृथ्वी को बचाने के लिये संगठित होकर कार्य करे। स्वामी जी ने विश्व शान्ति, शिक्षा, स्वास्थ्य एवं स्वच्छता के लिये मिलकर कार्य करने का आह्वान किया और कहा कि स्वच्छता है तो स्वास्थ्य है; स्वच्छता होगी तो आने वाली पीढ़ियां स्वस्थ होगी एवं स्वच्छता है तो पृथ्वी स्वच्छ और समृद्ध होगी। हम बड़े-बड़े प्लान बना सकते है लेकिन पृथ्वी तो केवल एक ही है तो अब कुल मिलाकर एक ही प्लान हो और वह हो धरती को बचाने का। उन्होंने कहा कि मुझे प्रसन्नता है कि विश्व की विभिन्न संस्थायें अपने-अपने स्तर पर जल संरक्षण के लिये कार्य कर रही है परन्तु अब सभी को मिलकर एकता के साथ पूरे विश्व के लिये कार्य करने की जरूरत है। स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने महिलाओं एवं बच्चोें के प्रति बढ़ते हिंसा के भाव एवं हिंसा पर चिंता व्यक्त करते हुये कहा कि भारतीय संस्कृति हमें शिक्षा देती है कि नारी प्रदर्शन नहीं बल्कि प्रेरणा है।  नारियों के प्रति प्रदर्शन का नहीं बल्कि दर्शन भाव रखे। साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि सुरक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य है बच्चों का अधिकार उसके लिये हमें मिलकर प्रयास करना निंतात आवश्यक है।  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने पीएआरडी  की वार्षिक बैठक में उपस्थित विश्व विख्यात हस्तियों को जल एवं पर्यावरण संरक्षण का संकल्प कराया। इस अवसर पर  महानिदेशक, कायसीड डायलाॅग सेन्टर, वियना, डाॅ मोहम्मद अशमावी, प्रमुख बेयज़ एलेर संगठन, इस्तांबुल, तुर्की, मोहम्मद अबू-निमर, सीनियर एडवाइजर कायसीड डायलाॅग सेंटर, वियना, कैथरीन मार्शल, कार्यकारी निदेशक वल्र्ड फेथ विकास वार्ता, जाॅर्ज टाउन विश्वविद्यालय,वांशिगटन डीसी, क्रिस्टो ग्रेलिंग, वरिष्ठ निदेशक, यूसीआई अफ्रीका के लिये यूनाइटेड धर्म पहल और महाद्वीपीय निदेशक, मुसी हेलू, रब्बी अवराहम सोतेन्डाॅर्प प्रसिद्ध यहूदि इंटरफेथ नेता, संस्थापक जैकब सोतेन्डाॅप फाउंडेशन फाॅर ह्मूमन वैल्यूज, नीदरलैण्ड, मोहम्मद एलसनौसी, कार्यकारी निदेशक धार्मिक और पारंपरिक नेटवर्क, शान्ति निर्माता व अन्य विशिष्ट अतिथि उपस्थित रहे।

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