नोबल पुरस्कार विजेता लियू शियाओबो की विधवा ने चीन छोड़ा - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।


मंगलवार, 10 जुलाई 2018

नोबल पुरस्कार विजेता लियू शियाओबो की विधवा ने चीन छोड़ा

nobel-winner-wife-lucia-left-china
बीजिंग , 10 जुलाई, नोबेल पुरस्कार से सम्मानित चीन के असंतुष्ट कार्यकर्ता लियू शियाओबो की विधवा लियू शिया ने चीन छोड़ दिया है।  उनके एक पारिवारिक मित्र ने बताया लियू फिलहाल देश के बाहर विमान में हैं।  लियू शियाओबो को जब वर्ष 2010 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला , तब से लियू को नजरबंद रखा गया है जबकि उन पर कोई आरोप नहीं है। उनके मित्र ये दू ने बताया , ‘‘ आज पूर्वाह्न करीब 11 बजे लियू शिया फिनेयर विमान से बीजिंग से रवाना हो गयीं। ’’  लियू शियाओबो 1989 के तियानआनमान चौराहे पर हुए प्रदर्शन के अगुआ थे। ‘‘ राष्ट्रविरोधी ’’ कार्रवाई के आरोप में 11 साल जेल की सजा काट रहे शियाओबो का पिछले साल निधन हो गया। नात्सी जर्मनी के काल के बाद वह ऐसे पहले नोबेल पुरस्कार विजेता हैं जिनकी मौत जेल में हुई।  जर्मन दूतावास ने अप्रैल में लियू शिया को जर्मनी आने में मदद की पेशकश की थी। लेकिन यह अंजाम नहीं पा सका। 

कोई टिप्पणी नहीं: