राज्यपाल महोदया आज विदिशा आएंगी
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल मंगलवार दस जुलाई को विदिशा आएंगी। राज्यपाल महोदया प्रातः दस बजे विदिशा विकासखण्ड के ग्राम हांसुआ पहुंचेगी और यहां शासकीय प्राथमिक शाला एवं आंगनबाडी केन्द्र का निरीक्षण करेंगी। ग्राम हांसुआ से प्रस्थान कर जिला चिकित्सालय पहुंचेगी। जिला चिकित्सालय के निरीक्षण उपरांत विदिशा कोतवाली थाना में संचालित गुलमोहर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होगी। उक्त कार्यक्रम के उपरांत विदिशा सर्किट हाउस के लिए प्रस्थान कर यहां लंच लेेने के उपरांत सामाजिक संगठनों से चर्चा, रेडक्रास की गतिविधियों पर चर्चा, टीव्ही पीड़ित बच्चों के गोद लेेने की प्रक्रिया एवं उनकी प्रगति पर चर्चा, जन-धन योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, उज्जवला योजना, सौभाग्य योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के हितग्राहियों से चर्चा करेगी। कार्यक्रम उपरांत राज्यपाल महोदया विदिशा से भोपाल के लिए रवाना होगी।
राज्यपाल महोदय के प्रवास दौरान यातायात संबंधी निर्देश
राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल कोतवाली थाना में संचालित गुलमोहर में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होगी। इस दौरान आवागमन के संबंध मंे थाना यातायात प्रभारी श्रीमती मिलन जैन ने बताया है कि राज्यपाल महोदया के कार्यक्रम समाप्ति तक बाल विहार से बंसल तिराहा मार्ग बंद रहेगा। आमजनों से उनके द्वारा अपील की गई है कि आवागमन हेतु उल्लेखित रोड को छोड़कर अन्य मार्ग का प्रयोग करें।
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना तहत आवेदन आमंत्रित
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के तहत अनुसूचित जाति वर्ग के कृषकों के शिक्षित पुत्र-पुत्रियों के लिए स्वंय का कृषि संबंधित उद्योग (विनिर्माण) सेवा उद्यम, व्यवसाय स्थापित करने हेतु आवेदन आमंत्रित किए गए है।जिला अन्त्यावसायी के माध्यम से क्रियान्वित योजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री एसआर बकोरिया ने बताया कि मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के अंतर्गत बैंको के माध्यम से ऋण सहायता राशि हितग्राहियों को पचास हजार से अधिकतम दो करोड़ तक उद्योग इकाई हेतु मुहैया कराई जाएगी। इकाई की परियोजना के पंूजीगत लागत पर 15 प्रतिशत अधिकतम 12 लाख रूपए एवं बीपीएल हेतु परियोजना के पंूजीगत लागत पर 20 प्रतिशत अधिकतम 18 लाख मार्जिन मनी सहायता के रूप में देय होगी। मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना तहत परियोजना लागत पर ब्याज अनुदान पांच प्रतिशत की दर से तथा महिला उद्यमी हेतु छह प्रतिशत प्रतिवर्ष की दर से अधिकतम सात वर्ष तक (अधिकतम रूपए 25 हजार) देय होगा। गारंटी शुल्क (सीजीटीएमएसई) प्रचलित दर पर अधिकतम सात वर्ष तक देय होगा।
पात्रता
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना की पात्रता और शर्ते तदानुसार योजना का लाभ केवल कृषक पुत्र-पुत्रियों द्वारा नवीन उद्योगो की स्थापना हेतु देय होगा। किसान पुत्र-पुत्रियां वह होगे जिनके माता-पिता या स्वंय के पास कृषि भूमि हो तथा वह आयकर दाता ना हो। आवेदक अनुसूचित जाति वर्ग का सदस्य हो, जिले का निवासी हो, आय सीमा में कोई बंधन नही है परन्तु आवेदक का परिवार पहले से ही उद्योग, व्यापार क्षेत्र में स्थापित होकर आयकर दाता ना हो, आवेदक न्यूनतम दसवीं पास हो और आयु 18 से 45 वर्ष के बीच हो, किसी भी राष्ट्रीयकृत बैंक, वित्तीय संस्था, सहकारी बैंक का चूककर्ता, बकायादार नही होना चाहिए, सिर्फ एक ही बार योजनातंर्गत सहायता के लिए पात्रता हो।
पात्र परियोजनाएं
मुख्यमंत्री कृषक उद्यमी योजना के अंतर्गत जिन परियोजनाओं के लिए वित्तीय पोषण किया जाएगा। उद्योग अंतर्गत (विनिर्माण), सेवा एवं व्यवसाय से संबंधित सभी प्रकार की परियोजनाएं कृषि आधारित परियोजनाएं‘एगो प्रोसेसिंग, फूड प्रोसेसिंग, कोल्ड स्टोरेज, मिल्क प्रोसेसिंग, केटर फीड, पोल्ट्री फीड, फिश फीड, कस्टम हायरिंग सेन्टर, वेजीटेबल, डीहाइडेªशन, टिश्यू कल्चर, कैटल फीड, दाल मिल, राईस मिल, आईल मिल, फ्लोर मिल, बेकरी, मसाला निर्माण, सीड़ ग्रेडिंग, शांटिग व अन्य कृषि आधारित, अनुषांगिक परियोजनाओं को प्राथमिकता है।
कहानी सच्ची है : बिल माफी ने शरीफ अली के घर को प्रकाशित किया
मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना से जिले के असंगठित पंजीकृत श्रमिक लाभांवित होनेे लगे है। कार्यक्रमों के माध्यम से उन्हें मौके पर बिल माफी के प्रमाण पत्र प्रदाय किए जा रहे है। शमशाबाद के लाभांवित होने वाले हितग्राहियों में श्री शरीफ अली भी शामिल है। उन्हे जैसे ही प्रमाण पत्र मिला अनायास उनके मुंह से निकला हमारा बिल भी माफ हुआ है। अब हम बिजली का उपयोग कर सकेंगे। शमशाबाद के वार्ड नौ में निवासरत श्री शरीफ अली ने चर्चा के दौरान बताया कि बिजली बिल की बकाया राशि 17559 रूपए जमा ना होने के कारण लाइन कट गई थी ऐसे समय मुख्यमंत्री बकाया बिजली बिल माफी योजना ने हमारे घर को प्रकाश से सुशोभित किया है। अब हम हर माह दो सौ रूपए नियमित जमा करेंगे और ताकि घर मंे बिजली सतत बनी रहें।
मिशन इन्द्रधनुष का क्रियान्वयन 16 से
जिला स्तरीय मिशन इन्द्रधनुष के माध्यम से क्रियान्वित कार्यो की समीक्षा बैठक आज आहूत की गई थी। कलेक्टेªट के सभाकक्ष में हुई उक्त बैठक मंे समस्त बीएमओ, एकीकृत बाल विकास सेवाएं के अधिकारी मौजूद थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ शशि ठाकुर ने मिशन इन्द्रधनुष आयोजन की महत्वता को रेखांकित करते हुए कहा कि जिले में समय पर टीकाकरण का कार्य नही होने के कारण जिला स्वास्थ्य के मामले में पिछड़े जिलो की सूची में शामिल है। मिशन इन्द्रधनुष का यह अभियान अति महत्वपूर्ण है। अभियान में किन-किन का टीकाकरण किया जाना है कि स्पष्ट स्थिति होनी चाहिए और हमारी पहुंच घर-घर तक होनी चाहिए। ऐसी बस्तियां जहां टीकाकरण पिछले अभियानों के दौरान नही हो पाया उन क्षेत्रो में खण्ड चिकित्सा अधिकारी स्वंय जिम्मेवारी ले और तैनात दल के द्वारा टीकाकरण के द्वारा किया गया है कि नही की क्रास मानिटरिंग करें। टीकाकरण के जिला नोडल अधिकारी डाॅ केएस अहिरवार ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष अभियान के तहत प्रथम चरण 16 जुलाई को, द्वितीय चरण 13 अगस्त को और तृतीय चरण दस सितम्बर को आयोजित किया गया है। अभियान अवधि के दौरान बच्चे और गर्भवती माताओें का शत प्रतिशत टीकाकरण कार्य किया जाना है। बच्चों के मामलो में उनके माता-पिता और अभिभावकों को इस बात की जानकारी विशेष तौर पर दी जाए कि पांच साल में सात टीके लगाए जाने जरूरी है जिसके जन्म समय के उपरांत एक माह, दो माह, तीन माह, नौ माह, डेढ साल और पांचवीं साल में टीकाकरण कराना अति आवश्यक है। टीकाकरण नही कराने से होेने वाले दुष्प्रभावों की भी जानकारी स्वास्थ्य अमला इस दौरान दें। डाॅ अहिरवार ने बताया कि मिशन इन्द्रधनुष अभियान के तहत जिले के 308 ग्रामों एवं जिले के समस्त ब्लाकों में एक साथ क्रियान्वित किया जाएगा। अभियान के तहत हेडकाउंट सर्वे का कार्य पूर्ण किया जा चुका है। जिले में अभियान रविवार अवकाश एवं नियमित टीकाकरण दिवसों को छोड़कर संचालित किया जाएगा।

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