विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जुलाई - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 29 जुलाई 2018

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 29 जुलाई

कहानी सच्ची है : भू-खण्डधारक का प्रमाण पत्र मिलने से भयमुक्त हुआ अमान सिंह

vidisha news
हितग्राही अमान सिंह को ग्राम में की आबादी के भू-खण्डधारक का प्रमाण पत्र मिलने से अब अमान सिंह भयमुक्त हुआ है। ग्राम खुजरहार के अमान सिंह ने चर्चा मंे बताया कि सड़क के किनारे घर होेने के कारण सदैव भय बना रहता था कि कभी भी वहां से हटा ना दिया जाए। ऐसे समय की दुविधाओं पर आज मुझे जीत मिली है यह मात्र भू-खण्डधारक होने का प्रमाण पत्र नही है बल्कि वर्षो से जहां रह रहा हूं उसका स्वामी बन गया हूं का साक्ष्य है।  शासन की एक योजना ने हितग्राही अमान सिंह का जीवन ही बदल दिया है अब शान से रहने की बात करते हुए हितग्राही ने कहा कि शीघ्र ही मेरा पक्का मकान बनेगा। इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कच्चे आवास को पक्के आवास में बदलने का आश्वासन मुझे मिला है। मजदूरी कर जीवनयापन करने वाले हितग्राही अमान सिंह के चेहरे की प्रसन्नता और खुशी स्पष्ट झलक रही थी। उनका कहना है कि पहले उन्हें संबल योजना का लाभ मिला। घर की बिजली बिल की राशि माफ हो गई है बच्चों को पढने लिखने के लिए किताबे, खाना मिल रहा है अब मेरेे जीवन का सबसे बडा सपना आज मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चैहान ने पूरा किया है। हितग्राही अमान सिंह ने आवासी अधिकार प्रमाण पत्र मिलने पर मुख्यमंत्री के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की।

कहानी सच्ची है : आईटी कंपनी को छोड़ योजना का लाभ ले रहे है चेतन

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मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ने बीई होल्डर चेतन यादव को स्वरोजगारी बनाया ही नही वरन दूसरों को रोजगार देने में सक्षम हुए है। कम्प्यूटर साइंस से बीई करने के बाद चेतन यादव ने आईटी कंपनी में आठ साल तक नौकरी की। किन्तु प्रायवेट कंपनी में स्थिरता नही रहीं। ऐसे समय चेतन को मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ने सहारा देकर उन्हें स्वंय का रोजगार स्थापित करने में पूरी मदद की है। हितग्राही चेतन यादव ने बताया कि विदिशा नगर के पूरनपुरा चैराहे पर मारूति इन्टरप्राइजेस इलेक्ट्रिकल्स की दुकान का संचालन करने में उद्योग विभाग के माध्यम से मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ने स्वप्न को पूरा किया है। जहां पहले मैं दूसरों के इशारो पर कार्य करने हेतु इधर-उधर जाता था। अब वही योजना ने मुझे स्थिरता प्रदान की है वही अब मैं तीन लोगो को स्वंय रोजगार दे रहा हूं जो मेरी दुकान की सामग्री बेचने और बिजली की फिटिंग संबंधी कार्यो को कर रहे है क्षेत्र के लोग मेरे मोबाइल नम्बर 7024418775 अथवा 07592-408190 पर अपने आर्डर बुक करा रहे है और आवश्यक सामग्री उन्हंे त्वरित मुहैया करा रहा हूं। मेरा टर्न ओवर बढता जा रहा हूं। योजना के तहत मुझे इंडियन बैंक के द्वारा पांच लाख का रूपए का लोन स्वीकृत किया गया है जिसकी प्रत्येक माह किश्त 13 हजार रूपए मेरे द्वारा जमा की जा रही है वही पांच हजार रूपए दुकान का किराया भी दे रहा हूं। प्रत्येक माह 40-45 हजार रूपए की सामग्री मेरी दुकान से सेल हो रही है। हितग्राही चेतन यादव का कहना है कि आईटी सेक्टर की कंपनी को छोड़ने के बाद मैं बिल्कुल बेरोजगार होता जा रहा था ऐेसे समय मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना ने मेरे भविष्य को पुनः बनाया है मैं और मेरा परिवार मुख्यमंत्री जी का सदैव आभारी रहेगा कि उनके द्वारा युवाओं को स्वरोजगारी बनाने के लिए योजनाएं एवं कार्यक्रम संचालित किए जा रहे है। जिनका लाभ लेकर मेरे जैसे लाखो युवा स्वरोजगारमुखी हो रहे है।

कहानी सच्ची है : अपनी लाड़ली को खूब पढाऊंगी

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मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना गुलाबगंज की श्रीमती मिष्ठी पति सुनील कुशवाह के यहां 31 जनवरी 2018 को जन्मी बच्ची परिवार के लिए इतनी खुशियां लेकर आएंगी, कि कल्पना नही की थी। जहां पिता स्वरोजगारी हुआ वही बच्ची को मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ दिलाया गया है। हितग्राही श्रीमती मिष्ठी कुशवाह की प्रथम पुत्री को मुख्यमंत्री लाड़ली लक्ष्मी योजना का ई प्रमाण पत्र मिलने पर उन्हें बताया गया कि जब बच्ची 21 साल की हो जाएगी तो एक लाख 18 हजार रूपए की राशि मिलेगी वही स्कूल जाने पर कक्षा छटवीं में दाखिला लेने पर दो हजार, आठवीं में चार हजार, 11वीं में छह हजार और बारहवीं में दाखिला लेने पर प्रत्येक माह सौ रूपए की छात्रवृत्ति प्रदाय की जाएगी। इसके अलावा पढने लिखने के लिए निःशुल्क, डेªस, पाठ्यपुस्तके और मध्यान्ह भोजन शैक्षणिक संस्था में मिलेगा। उच्च शिक्षा प्राप्ति के लिए शासन द्वारा फीस भरी जाएगी से अवगत होेने पर श्रीमती मिष्ठी कुशवाह ने कहा कि मैं अपनी बच्ची को खूब पढाऊंगी। मैं तो ज्यादा नही पढ पाई पर मेरी बच्ची को मैं पढ़ने लिखने में पीछे नही रहने दूंगी। शासन ने जहां बच्चियों के लिए इतनी योजनाएं, कार्यक्रम चलाए जा रहे है का पता चला है मै चाहती हूं कि गांव ही हर बच्ची इन योजनाओ का लाभ लेकर परिवार और गांव का नाम रोशन करें।

निःशक्तता के 21 प्रकार, पहचान के लक्षण

दिव्यांगजन अधिकार अधिनियम 2016 के अंतर्गत निःशक्तता के 21 प्रकार की दिव्यांगता चिन्हित की गई है उक्त दिव्यांगता अनुसार मेडीकल बोर्ड द्वारा अब प्रमाण पत्र जारी किए जाएंगे। जिन निःशक्तजनों के प्रमाण पत्र बनाए जाने है उनके आवेदन स्बावलम्बन पोर्टल पर आॅन लाइन कर प्रत्येक गुरूवार को जिला चिकित्सालय को प्रेषित करने हेतु आग्रह किया गया है ताकि संबंधितों को उनके प्रमाण पत्र जारी किए जा सकें। अधिनियम तहत चिन्हित निःशक्ता के 21 प्रकार तदानुसार -

मानसिक मंदता
जिसमें समझने, बोलने में कठिनाई होती है इस प्रकार के निःशक्त व्यक्ति अभिव्यक्त करने में भी कठिनाई होती है। 

आॅटिज्म
उक्त प्रकार के निःशक्तजन किसी कार्य पर ध्यान केन्द्रित करने में कठिनाईयां महसूस करते है। आंखे मिलाकर बात ना कर पाना, अकेले गुमसुम रहना शामिल है। 

सेरेब्रल पाल्सी
इस प्रकार की निःशक्तता में पैरों में जकड़न, चलने में कठिनाई, हाथ से काम नही कर पाना इत्यादि लक्षण है। 

मानसिक रोगी
अस्वाभाविक व्यवहार, खुद से बाते करना, भ्रम जाल, मतिभ्रम, व्यसन (नशे का आदी) किसी से डर/भय और गुमसुम रहना। 

श्रवणबाधित
बहरापन, ऊंचा सुनना या कम सुनना प्रमुख लक्षण है। 

मूक निःशक्तता
बोलने मंे कठिनाई, सामान्य बोली से अलग बोलना, जिसे अन्य लोक सुगमता से समझ नही पाते है। 

दृष्टिबाधित
देखने में कठिनाईयों का सामना करना, पूर्ण दृष्टिहीन इत्यादि प्रमुख लक्षण है।

अल्पदृष्टि
कम दिखना, (60 वर्ष से कम आयु की स्थिति में रंगों की पहचान नही कर पाना।

चलन निःशक्तता
हाथ या पैर अथवा दोनो की निःशक्तता, लकवा, हाथ या पैर कट जाना।

कुष्ठ रोग से मुक्त
हाथ या पैर अथवा अंगुलियों में विकृति, टेढापन, शरीर की त्वचा पर रंगहीन धब्बे, हाथ या पैर या अंगुलियों सुन्न हो जाना। 

बौनापन
व्यक्ति का कद व्यस्क होने पर भी चार फुट दस इंच, 147 सेमी या इससे कम होना।

तेजाब हमला पीड़ित
शरीर के अंग हाथ, पैर, आंख आदि तेजाब हमले की वजह से असामान्य प्रभावित होना।

मांसपेशी दुर्विकास
मांसपेशियों में कमजोरी एवं विकृति।

स्प्ेासिफिक लर्निंग डिसऐबिलिटी
बोलने, श्रुत लेख, लेखन, साधारण जोड़, बाकी, गुणा, भाग में आकार, भार, दूरी इत्यादि समझने में कठिनाई।

बौद्विक निःशक्तता
सीखने, समस्या, समाधान, तार्किकता आदि में कठिनाई, प्रतिदिन के कार्यो में सामाजिक कार्यो में एवं अनुकूल व्यवहार में कठिनाई।

मल्टीपल स्कलेरोसिस
दिमाग एवं रीढ की हड्डी के समन्वय में परेशानी,

पार्किसंस रोग
हाथ, पांव, मांसपेशियों में जकड़न, तांत्रिक तंत्र प्रणाली संबंधी कठिनाईयां।

हीमोफीलिया/अधि रक्तस्त्राव
चोट लगने पर अत्याधिक रक्तस्त्राव, रक्त बहना बंद नही होना।

थैलेसीमिया
खून में हीमोग्लेबिन की विकृति, खून मात्रा कम होना।

सिकल सैल डिजीज
खून की अत्यधिक कमी (रक्त अल्पता), खून की कमी से शरीर के अंग/अवयव खराब होना।

बहु निःशक्तता
दो या दो से अधिक निःशक्तता से ग्रस्त को बहु निःशक्तता श्रेणी में शामिल किया गया है। 

दिव्यांगजनों के स्वास्थ्य परीक्षण हेतु शिविर ग्यारसपुर मंे आज

एडिप योजना के अंतर्गत दिव्यांगजनों के लिए जीवन सहायक उपकरणों के प्रदाय हेतु विकासखण्ड स्तरों पर उनके लिए स्वास्थ्य उपचार केम्पों का आयोजन जारी है जिले में अब तक बासौदा, नटेरन, कुरवाई, सिरोंज और लटेरी में उक्त शिविर सम्पन्न हुए है। जिनमें सैकडो दिव्यांगजनों को लाभांवित किया गया है। इसी प्रकार का शिविर सोमवार तीस जुलाई को जनपद परिसर ग्यारसपुर में प्रातः 11 बजे से आयोजित किया गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ शशि ठाकुर ने बताया कि शिविर में ईएनटी डाॅ आरएल सिंह, अस्थि विशेषज्ञ डाॅ वीपी शर्मा और नेत्र विशेषज्ञ डाॅ पीके जैन मौजूद रहेंगे तथा दिव्यांगो का परीक्षण कर उपचार करेंगे।

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