दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का कारगर मंत्र है योग : पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 31 जुलाई 2018

दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का कारगर मंत्र है योग : पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वतीजी

  • स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज एवं आयुष मंत्री भारत सरकार श्री श्रीपद् नाईक येसो जी की आयुष मंत्रालय, दिल्ली में हुई वार्ता 
  • ऐतिहासिक इलाहबाद कुंभ में आयोजित योग महोत्सव में विश्व के लगभग 121  देशों की सहभागिता की सम्भावना
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ऋषिकेश/दिल्ली, 30 जुलाई। परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, ग्लोबल इण्टर फेथ वाॅश एलायंस के संस्थापक एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज एवं आयुष मंत्री भारत सरकार श्री श्रीपद् नाईक येसो जी की आयुष मंत्रालय, दिल्ली में वार्ता हुई।  स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी एवं श्री श्रीपद् नाईक येसो जी के मध्य इलाहबाद कुंभ मेला महोत्सव में आयुष मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार, उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग एवं परमार्थ निकेतन मिलकर ऐतिहासिक योग कुंभ के आयोजन विषय पर विस्तृत चर्चा हुई और सम्भावना व्यक्त की गयी कि इस योग कुम्भ में विश्व के  लगभग 121 देशों के प्रतिभागी सहभाग करने की आशा हैं। कुम्भ मेला के दौरान 8 फरवरी से 14 फरवरी तक प्रयाग में योग कुम्भ महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। चर्चा के दौरान स्वामी जी महाराज ने बताया की ऋषिकेश परमार्थ निकेतन में  1-7 मार्च 2019 के होने वाले अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव,  को 30 वर्ष पूर्ण हो रहे है अतः आगामी योग महोत्सव को दिव्य और ऐतिहासिक बनाने तथा विश्व के अन्य देशों तक इसकी पहुंच बनाने को लेकर चर्चा हुई। स्वामी जी ने कहा कि योग के विश्व व्यापी प्रसार के लिये हम सभी को मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है। भारत के पास ’योग’ रुपी धरोहर है तथा योग एवं भारतीय संस्कृति को आत्मसात करने के लिये पूरे विश्व से योग जिज्ञासु एवं योग साधक भारत आते हैं। माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने भी योग को घर-घर पहुंचाने का अलख जगाया है तथा दुसरी ओर उन्होने योग को अंतरराष्ट्रीय पटल पर एक विशिष्ट पहचान दिलायी है। योग दुनिया को एक सूत्र में पिरोने का कारगर मंत्र है। योग में वह शक्ति है जो दुनिया को एक सूत्र में जोड़ सकती है। स्वामी जी ने कहा कि आज पूरी दुनिया को शान्ति और उत्तम स्वास्थ्य की आवश्यकता है। भारत दुनिया को योग के माध्यम से उत्तम स्वास्थ्य प्रदान कर सकता है। उन्होने कहा कि भारत केवल भूमि का एक टुकडा नहीं है बल्कि यह शांति की भूमि है। आज पूरे विश्व को शान्ति की सार्वभौमिक तलाश है और भारत सदियों से शान्ति दूत के रूप में दुनिया का मार्गदर्शक रहा है। योग की वजह से भारत के प्रति दुनिया का दृृृष्टिकोण बदला है और यह योग कुम्भ महोत्सव दुनिया के लिये यू. एस.पी.का कार्य कर सकता है। स्वामी जी महाराज ने उत्तराखण्ड राज्य को स्वच्छ, स्वस्थ एंव शुद्ध प्राणवायु आॅक्सीजन युक्त पर्यटक स्थल के रूप में विकसित करने के विषयों पर भी चर्चा की। स्वामी जी ने आयुष मंत्री भारत सरकार श्री श्रीपद् नाईक येसो जी के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी  इलाहबाद कुंभ मेला में होेने वाले ऐतिहासिक योग कुंभ व अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव में सहभाग हेतु आमंत्रित किया।

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