दुमका : हवाई अड्डा विस्थापितों को किया जा बसाने का काम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 28 अगस्त 2018

दुमका : हवाई अड्डा विस्थापितों को किया जा बसाने का काम

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दुमका (अमरेन्द्र सुमन), देवघर हवाई अड्डा विस्थापित परिवारों को जिले की ओर से यथासंभव सुविधा मुहैया करायी जा रही है।  देवघर प्रखण्ड अन्तर्गत नैयाडीह ग्राम में  विस्थापित परिवारों को बसाने का कार्य किया जा रहा है। सरकार की मंशा बेहतर जीवन व आय संवर्द्धन हेतु मूलभूत सुविधाएँ मुहैया कराना है। मुख्य धारा से लोग जुड़ें इसके लिए  जिला प्रशासन सभी का हर संभव मदद करने को तैयार है। इसके तहत जिला प्रशासन द्वारा विस्थापितों को फूलों के व्यवसाय से जोड़ा गया है एवं फूलों की खेती के लिए जमीन तैयार की जा चुकी है। इस हेतु कृषि विज्ञान केंद्र सुजानी को गुलाब, जरबेरा, चमेली व ग्लेडियोलस फूल की खेती की जिम्मेदारी दी गई है। ज्ञात हो कि फूलों के इस रोजगार से जुड़कर विस्थापित प्रतिवर्ष लाखों रुपये कमा सकते हैं। इसमें चमेली व ग्लेडियोलस की खेती तकनीक रूप से होगी एवं फूल तैयार होने के बाद यह एक दर्शीय व प्रशिक्षण स्थल के रुप में इसे विकसित किया जायेगा।  इसके तहत् जिला प्रशासन के सहयोग से नैयाडीह ग्राम में रहने वाले विस्थापित परिवारों के द्वारा वहां खाली पड़े जमीन पर वृहत स्तर पर बागवानी व फूलों की खेती की जा रही है एवं उनके आय में वृद्धि आई है। इसके अलावा यहां स्वयं सहायता ग्रुप बनाकर उन्हें फूलों यथा-गुलाब, गेंदा, डाहलिया, धतूरा आदि की खेती करने हेतु प्रेरित की जा रही है, ताकि इन्हें रोजगार के नये अवसर मिलने के साथ-साथ आर्थिक जीवन स्तर सुधारने में सहायता मिल सके। इसके अलावा इनके द्वारा उत्पादित फूलों का बाजार भी इन्हें उपलब्ध कराया जा रहा है। इससे इन्हें अपनी फूलों की बिक्री करने में आसानी हो रही है। इसके तहत् वर्तमान में नैयाडीह के विस्थापितों द्वारा उत्पादित फूलों का प्रयोग बाबा मंदिर में श्रंृगार पूजा करने एवं साज-सज्जा हेतु प्रयोग किया जा रहा है। इसके अलावा श्रावणी मेला के दौरान इनके द्वारा वृहद स्तर पर फूलों की बिक्री की गयी, जिससे इनके आय में वृद्धि हुई है एवं जीवन स्तर में सुधार आया है। साथ हीं एयरपोर्ट में अतिथियों के स्वागत में प्रयोग होने वाले फूलों का गुलदस्ता भी एयरपोर्ट के विस्थापितों द्वारा ही तैयार कराया जायेगा। वहीं उपायुक्त द्वारा निदेशित किया गया है कि सभी संबंधित विभागों द्वारा नैयाडीह में रहने वाले विस्थापितों को हर संभव सुविधा मुहैया करायी जाय, ताकि इन्हें समाज के मुख्य धारा से जोड़ा जा सके।

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