जी-9 टिश्यू से तैयार केले की नई वैरायटी से होगी केले की बंपर पैदावार - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 16 सितंबर 2018

जी-9 टिश्यू से तैयार केले की नई वैरायटी से होगी केले की बंपर पैदावार

- एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत जिले में 200 हेक्टेयर में केले की नई किस्म को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है- जी-9 टिश्यू से तैयार की गई इस नई वैरायटी से केले की बंपर खेती होने की उम्मीद है
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पूर्णिया : (कुमार गौरव) कोसी और सीमांचल का पूर्णिया जिला केला उत्पादन में अग्रणी है। धमदाहा, रूपौली, भवानीपुर, मोहनपुर, कसबा, बनमनखी के किसान अपने बूते केले की खेती कर न सिर्फ अपनी आमद बढ़ा रहे हैं बल्कि देश विदेश में अपनी खेती का परचम भी लहरा रहे हैं। यही कारण है कि केला उत्पादन को ले यहां के किसानों को काफी बढ़ावा दिया जा रहा है। लेकिन पनामा बिल्ट नामक बीमारी से यहां के किसान परेशान हैं। अधिकांश केले के खेतों में पनामा बिल्ट ने अपना पांव पसार लिया है। नतीजतन समय से पूर्व केले के पौधे सूख रहे हैं और किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यही कारण है कि उनका केले की खेती से मोहभंग भी होने लगा है। 

...200 हेक्टेयर में केले की नई वैरायटी लगाने का है लक्ष्य : 
हालांकि एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत जिले में 200 हेक्टेयर में केले की नई किस्म को लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जी-9 टिश्यू से तैयार की गई इस नई वैरायटी से केले की बंपर खेती होने की उम्मीद है। दरअसल इस नई वैरायटी में बीमारी और रासायनिक उर्वरकों का असर कम होता है और खेत भी काफी लहलहाते हैं। बता दें कि टिश्यू कल्चर से तैयार केले की इस वैरायटी को लगाने के लिए जिले के किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। साथ ही एक एकड़ से 4 एकड़ में केले की खेती में कुल लागत 1 लाख 25 हजार रूपए का 50 फीसदी अनुदान किसानों को सरकार देगी। 

...30 सितंबर तक जमा होंगे आवेदन : 
एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत जिले के किसान टिश्यू कल्चर से तैयार केले का पौधा प्राप्त करने के लिए 30 सितंबर तक आवेदन दे सकते हैं। किसानी अपनी जमीन की रसीद, आधार कार्ड व बैंक अकाउंट की छायाप्रति लेकर कृषि समन्वयक या फिर जिला उद्यान कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं। एक हेक्टेयर में केले की फसल लगाने के लिए सरकार की ओर से 3,080 पौधे दिए जाते हैं। बता दें कि 200 हेक्टेयर के सापेक्ष में अब तक 56 हेक्टेयर के लिए 40 किसानों का आवेदन प्राप्त हुआ है। वहीं दूसरी ओर टिश्यू कल्चर केले की खेती के लिए सूबाई सरकार के द्वारा एक्सेल, सेल बायोटेक और टेरी नाम तीन निबंधित कंपनियों का चयन किया गया है। जिसके कर्मी किसानों से संपर्क कर टिश्यू कल्चर केले के पौधे मुहैया कराएंगे। बता दें कि इस नई किस्म के केले के पौधे से सामान्य केले के पौधे के मुकाबले बड़ा केला प्राप्त होता है और मार्केट वैल्यू भी अधिक है। 

...नई किस्म के केले के पौधे लगाने में किसान ले रहे दिलचस्पी : 
टिश्यू कल्चर केले की खेती के लिए कवायद की जा रही है। किसान इस नई किस्म के पौधे अपने खेतों में लगाने के लिए उत्सुक हैं। 50 फीसदी अनुदान की राशि मिलने व फसल में किसी प्रकार की बीमारी नहीं फैलने के कारण किसान इस नई किस्म को लगाने में दिलचस्पी ले रहे हैं। : उपेंद्र कुमार, सहायक निदेशक, उद्यान विभाग, पूर्णिया।

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