दुमका (अमरेन्द्र सुमन) परिसदन दुमका से स्वछता ही सेवा अभियान के तहत सफाई अभियान की शुरुआत की गयी। समाज कल्याण मंत्री डॉ0 लुइस मरांडी, दुमका के उपायुक्त मुकेश कुमार, पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो मनोरंजन प्रसाद सिन्हा, उप विकास आयुक्त वरुण रंजन, प्रशिक्षु आईएएस शशि प्रकाश के साथ जिला प्रशासन के वरीय अधिकारी जिला के सम्मानित नागरिकगण विभिन्न विद्यालयों के छात्र-छात्रायें इस अभियान में शामिल हुए। सभी ने दुमका को स्वच्छ दुमका दमकता दुमका बनाने के लिए हाथ मे झाड़ू उठाया। इस अभियान के दौरान विभिन्न चौक-चौराहों व गलियों तक व्यापक साफ-सफाई की गई। अभियान के दौरान उपस्थित लोगों ने स्वच्छता की शपथ ली। समाज कल्याण मंत्री डाॅ0 लुईस मरांडी ने स्वच्छता की शपथ दिलाई तथा कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है। स्वच्छता में ही भगवान निवास करते है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के प्रति आप जागरूक बनें। इस दिशा में अपना एक कदम आगे बढ़ायें, निश्चित रूप से दुमका स्वच्छ दुमका-दमकता दुमका के रूप में दिखाई देगा। उन्होंने कहा कि सिर्फ सरकार तथा प्रशासन के सहयोग से हम सफल नहीं हो सकते। जबतक सभी लोगों में स्वच्छता के प्रति जागरूकता नहीं आयेगी तबतक हमारा कोई भी अभियान सफल नहीं हो सकता। माननीय प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत का सपना देखा है और यह सपना हम सबके सहयोग से पूरा होगा। उन्होंने कहा कि प्रत्येक महीने इसी तरह से हमें पूरे शहर के साफ-सफाई करने की जरूरत है। यह अभियान एक दिन तथा एक महीने के लिए नहीं है। साफ-सफाई प्रतिदिन करने की जरूरत है। हम आने वाले वर्षों में स्वच्छता के मानकों पर आगे बढ़ेंगे। यह संकल्प आज के दिन लेने की जरूरत है। इस अवसर पर उपायुक्त मुकेश कुमार ने कहा कि यह शहर आपका है जिस ढंग से आप अपने घर की सफाई करते हैं ठीक उसी ढंग से अपने शहर की सफाई करना भी आपका कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि स्वच्छता हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। आप सभी को स्वच्छता के प्रति जागरूक होने की जरूरत है। सभी को दुमका को दमकता दुमका बनाने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने सफाई अभियान के दौरान दुकानदारों से अपने आसपास के क्षेत्रों को साफ सुथरा रखने की अपील की तथा यह भी अपील किया कि अपने अपने दुकान के कुड़े को कुड़ेदान में डालें और अपने आसपास गंदगी न फैलायें। उन्होंने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि साफ-सफाई मानव स्वास्थ्य पर सीधा असर डालती है। जिन बीमारियों के मामले ज्यादातर सामने आते हैं और जिनसे ज्यादा मौतें होती हैं, अगर उनके आंकड़ों पर गौर करें तो कहा जा सकता है कि शरीर की तथा परिवेश की स्वच्छता अचूक मांग है। स्वच्छता के माध्यम से न सिर्फ स्वस्थ जीवन जिया जा सकता है बल्कि देशभर में बीमारियों के इलाज पर हो रहे अरबों के सालाना खर्च बचाया जा सकता है। स्वस्थ शरीर में निवसित स्वस्थ मस्तिष्क की उत्पादकता बढ़ने से देश की उत्पादकता भी बढ़ेगी।
मंगलवार, 18 सितंबर 2018
दुमका : स्वछता ही सेवा अभियान के तहत चलाया गया सफाई अभियान
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