पटना। विश्वविख्यात है संत विंसेंट डी पौल समाज.यह अयाजक वर्ग द्वारा संचालित संस्था है.इसके संस्थापक धन्य घोषित फ्रेडरिक ओजानम हैं.बता दें कि इस समाज की शाखा पटना महाधर्मप्रांत के पटना, मुजफ्फरपुर, बक्सर और बेतिया धर्मप्रांत में कार्यशील है. पटना सेंट्रल कांउसिल के सुशील लोबो ने बताया कि आज मुर्दों का पर्व है.ईसाई समुदाय कुर्जी कब्रिस्तान आए हैं.अपने मृतक परिजनों की कब्र पर मोमबर्ती और अगरबर्ती जलाते हैं.इसके मद्देनजर मोमबर्ती और अगरबर्ती बेची गयी.विक्रय राशि से गरीबों की सहायता की जाएगी. बताते चले कि संत विन्सेंट डी पौल समाज परोपकारी संस्था है. यह अयाजक वर्ग के द्वारा संचालित संस्था है.इस संस्था के संस्थापक फ्रेडरिक ओजानम हैं.अपने संस्थापक को 'संत' बनाने की प्रक्रिया में संस्था के लोग जुटे.संत बनने के लिए दो आश्चर्यजनक कारामात की जरूरत है.एक कारामात के दम पर रोम में बैठने वाले पोप ने 'धन्य' घोषित कर दिया है.दूसरी कारामात के चक्कर में काफी विलम्ब हो रहा है. बता दें कि संत पापा के पास शक्ति निहित है कि वे एक ही कारामात में 'संत' घोषित कर दें.इस शक्ति का उपयोग पोप साहब कर धन्य घोषित फ्रेडरिक ओजानम को 'संत' घोषित कर दें.इस तरह की कवायद करने में काफी विलम्ब हो गया है.इसके कारण लोग हलकान हो रहे हैं.संत पापा फ्रांसिस से आग्रह किया गया है कि बहुत दिनों से 'धन्य' घोषित फ्रेडरिक ओजानम को कर दिया गया है.मगर 'संत' घोषित नहीं किया जा रहा है.
शुक्रवार, 2 नवंबर 2018
बिहार : धन्य घोषित फ्रेडरिक ओजानम को 'संत' घोषित करने की पोप से मांग
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