दुमका (आर्यावर्त डेस्क) जिले के मसलिया प्रखण्ड अन्तर्गत विभिन्न पंचायतों के अलग-अलग ग्रामों में मिहिजाम की संस्था बदलाव फाउण्डेशन द्वारा तालाब निर्माण के नाम पर जहाँ एक ओर आधे-अधूरे कार्यों का संपादन किया गया वहीं दूसरी ओर करोोड़रु पये की राशि राशि का बंदरबांट कर लिया गया। बदलाव फाउण्डेशन के क्रियाकलापों व फर्जी कार्यों के विरुद्ध मसलिया प्रखण्ड के अलग-अलग ग्रामों/ पंचायतों के ग्रामीणों का आक्रोश इन दिनों उफान पर है। ग्रामीणों का कहना है कि डी आर डी ए जलछाजन योजना के तहत ग्राम बेहराबांक, मेनकाचक, सुगापहाड़ी (पंचायत सुगापहाड़ी) जामबाद, मेहुलबना व बूढ़ोडंगाल (सांपचला पंचायत) व गोवासोल (रांगा पंचायत) में कृषि व मत्स्य पालन से संबंधित संस्था बदलाव फाउण्डेशन द्वारा तकरीबन 10 करोड़ रुपये का काम लियग या है जिसमें 2 करोड़ 80 लाख रुपये का काम संपन्न करवाया जा चुका है किन्तु एक भी तालाब निर्माण का कार्य पूर्ण नहीं किया गया। इस संस्था द्वारा ग्रास पिचिंग का भी काम किया जा रहा है किन्तु किसी भी स्थान पर ग्रास पिचिंग का कार्य संपादित नहीं करवाया गया। ग्रामीणों का आरोप है कि जितने भी तालाब इस संस्था द्वारा अलग-अलग ग्रामां में बनवाए गए हैं एक भी तालाब कृषि व मत्स्यपालन के अनुरुप नहीं है। ग्रामीणों का कहना है इस संस्था द्वारा कोई भी कार्य संतोषजनक नहीं किया गया है। ऐसी संस्था को काली सूची में डालते हुए इसके अब तक के संपूर्ण किये गए कार्यों की उच्चस्तरीय जाँच होनी चाहिए और इस संस्था के साथ मिलीभगत कर राशि हड़पने में सहयोगी रहे व्यक्तियों के विरुद्ध भी कठोर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए।
शुक्रवार, 2 नवंबर 2018
दुमका : मिहिजाम की संस्था बदलाव फाउण्डेशन को काली सूची में डालने की उठ रही मांग
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