पटना 21 नवंबर 2018, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल और विधायक दल के नेता महबूब आलम ने बिहार सरकार द्वारा विधायकों के वेतन-भत्ते व पंेशन तथा सुख-सुविधा में की गई वृद्धि की कड़ी निंदा की है और कहा है कि यह बिहार की गरीब जनता, मजदूर-किसानों व छात्र-नौजवानों के साथ क्रूर मजाक है. हमारी पार्टी विधायकों के बढ़े वेतन-भत्ते को रद्द करने की मांग करती है. माले नेताओं ने कहा कि आज बिहार के कई इलाके सूखे से प्रभावित हैं और पूरे बिहार को सूखाग्रस्त घेाषित करने की मांग चल रही है. बेरोजगारों की फौज खड़ी है, उनके लिए कहीं रोजगार नहीं है. शिक्षकों-कर्मचारियों व अन्य कामकाजी हिस्से को समय पर वेतन नहीं मिलता. सरकार के पास इसके लिए पैसा नहीं है लेकिन विधायकों के वेतन-भत्ता व सुख सुविधाओं के लिए पर्याप्त पैसा है. जनता की कीमत पर जनप्रतिनधियों की सुख सुविधाओं को बढ़ाने का कोई औचित्य नहीं है.
बुधवार, 21 नवंबर 2018
विधायकों के वेतन-भत्ते में बढ़ोतरी बिहार की गरीब जनता के साथ क्रूर मजाक : माले
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