मिस्सा पूजा के पश्चात बिशप हाऊस स्थित कब्रिस्तान में दफन होगा
ग्वालियर,16 दिसम्बर। सी. बी. सी. आई. का जेनरल सेक्रेडरी हैं थिओडोर मस्करेनहास। उनका कहना है कि ग्वालियर धर्मप्रांत के बिशप थोमसथेन्नाट का सड़क हादसे में निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार 18 दिसम्बर को 11 बजे से होगा।
कार पलटने से ग्वालियर के बिशप:
बिशप (ईसाई धर्माध्यक्ष) की दर्दनाक मौत हो गई। घटना शुक्रवार-शनिवार की रात की है। हादसा पोहरी तहसील के परीक्षा गांव के पास हुआ है। बिशप अैर उनके साथी श्योपुर के एक स्कूल के वार्षिक समारोह में शामिल होकर वापस ग्वालियर लौट रहे थे।
17 वां स्थापना दिवस अंतिम जश्न साबित:
श्योपुर के पाली रोड स्थित सेंट पायस स्कूल में शुक्रवार को 17वां स्थापना दिवस मनाया गया। इसी में ग्वालियर के विशप डॉ. थॉमस थेन्नाट बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए। उनके साथ ग्वालियर के पूर्व विशप डॉ. जोसेफ भी श्योपुर आए थे। रात 11 बजे के करीब वह श्योपुर से ग्वालियर के लिए रवाना हुए। बताया गया है कि, पोहरी के पास परीक्षा गांव के मोड़ पर कोहरे के कारण उनकी गाड़ी असंतुलित होकर पलट गई। हादसे में बिशप डॉ. थोमस की मौके पर ही मौत हो गई जबकि, पूर्व बिशप डॉ. जोसेफ सहित चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को पोहरी से ग्वालियर रेफर कर दिया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही श्योपुर सेंट पायस स्कूल के प्रिंसीपल डॉ. डायनिसियस आरबी व शिवपुरी के मिशनरी स्कूल के पदाधिकारी भी रात में ही पोहरी पहुंच गए। यह घटना पोहरी थाने की जद में हुई है लेकिन, पुलिस ने शनिवार की देर रात तक कोई प्रकरण इस मामले में दर्ज नहीं किया। पोहरी थाना प्रभारी का कहना है कि इस मामले में घायल या अन्य किसी ने कोई शिकायत नहीं की इसलिए, प्रकरण नहीं बनाया।
हिंदी में दिए भाषण, मुस्कराते हुए निकले श्योपुर से
बताया गया है बिशप डॉ. थोमस करीब एक साल पहले ही नागपुर से ग्वालियर आए हैं। उन्हें अंग्रेजी सहित करीब आठ भाषाओं का ज्ञान था लेकिन, हिंदी बोलने में वह अटक जाते थे। शुक्रवार को जब उन्होंने बतौर मुख्य अतिथि सेंट पायस स्कूल में अपना उदबोधन दिया तो हिंदी में ही बोले। स्कूल के पदाधिकारी व शिक्षक उन्हें पूर्व से जानते थे और बिशप के मुंह से शुद्घ हिंदी के शब्द सुनकर सभी चकित से रह गए। उनके हिंदी भाषणों ने आयोजन को खुशनुमा बना दिया। कार्यक्रम के बाद जब बिशप डॉ. थोमस व डॉ. जोसेफ ग्वालियर रवाना हो रहे थे तब सेंट पायस स्कूल के पूरे स्टाफ के सिर पर हाथ रखकर आशीष दिया और मुस्कराते हुए ग्वालियर के लिए रवाना हुए। स्कूल में खुशी के माहौल के बीच ही सड़क हादसे की दुखद खबर आ गई जिसने सभी को सन्न कर दिया। शनिवार को स्कूल का अवकाश रहा।
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