भाजपा-नीतीश राज में सामंती-अपराधियों के लगातार बढ़ते मंसूबे का खौफनाक उदाहरण है रामगढ़ कांड.भाकपा-माले की जांच टीम ने किया घटनास्थल का दौरा.
पटना 19 जनवरी 2019, भाकपा-माले राज्य सचिव कुणाल ने कहा है कि भाजपा-जदयू राज में सामंती-अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता ही जा रहा है और वे पूरी तरह से बेखौफ होकर बलात्कार व हत्या की घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं. अभी कुछ दिन पहले गया के मानपुर में वीभत्स अंजना हत्याकांड को अंजाम दिया गया था तो दो दिन पहले 16 जनवरी को कैमूर जिला के रामगढ़ प्रखंड के बड़ौरा की महादलित लड़की के साथ बलात्कार व उसकी हत्या का दिल दहला देने वाला मामला उजागर हुआ है. इन मामलों में प्रशासन व पुलिस की भूमिका बेहद ही नकारात्मक है. अंजना हत्याकांड में जहां प्रशासन ने जांच की दिशा ही बदल देने की कोशिश की, वहीं रामगढ़ की घटना में स्थानीय थाना पूरी तरह शक के दायरे में है. यही वजह है रामगढ़ थाने के खिलाफ जनता का व्यापक आक्रोश फूट पड़ा है. बिहार में तथाकथित सुशासन का राज आज बलात्कारियों व हत्यारों के राज में तब्दील हो गया है. भाकपा-माले के कैमूर जिला सचिव विजय सिंह यादव व अन्य माले नेताओं ने आज रामगढ़ प्रखंड के बड़ौरा गांव का दौरा किया और मामले की जानकारी हासिल की. गांव वाले एवं परिजनों ने बताया कि रविदास जाति से संबद्ध रखने वाली मृतक बच्ची के पिता बाहर ट्रक चलाने का काम करते हैं. पिता ने अपनी बेटी के लिए बैंक खाते में 4 हजार रु. भेजा था. बैंक उसी गांव में है जिसे गांव का ही राजपूत जाति का एक दबंग मनोज सिंह चलाता है. पैसे के लिए लड़की एक महीने तक बैंक का चक्कर लगाते रही लेकिन मैनेजर उसे पैसा नहीं दे रहा था. तब लड़की ने रामगढ़ थाने में इसकी शिकायत की. एफआईआर दर्ज होने के उपरांत पुलिस ने मैनेजर से पूछताछ भर की. उसके बाद मैनेजर ने लड़की और उसकी मां को बुलाया और मुकदमा वापस लेने की शर्त पर पैसा देने पर राजी हुआ. मां-बेटी राजी हो गए. थाना वहां से कोई 8 किलोमीटर की दूरी पर है. मां ने कहा कि हमारी बेटी को कुछ हो जाएगा, इसलिए वह भी साथ चलेंगी. मैनेजर ने गांव का हवाला देकर मां को रोक दिया. मां मान गई. वह अपनी गाड़ी में बैठकर लड़की को थाने की ओर ले गया. शिकायत वापस लेने के बाद गांव वालों का कहना है कि मैनेजर ने लड़की को पीटा, मुकदमा करने के कारण उसे जातिगत गालियां दीं और उसके साथ दुष्कर्म भी किया. वापस गांव लौटने की बजाए वह लड़की को मोहनिया रोड में ले जाने लगा तब लड़की ने तकरीबन 4 बजे अपने पिता को फोन किया था. उसके बाद उसका फोन आफ आने लगा. कुछ समय बाद ही लड़की के साथ रेप करके उसे मोहनिया रेलवे लाइन पर फेंक दिया गया. उस समय तक वह जिंदा थी. जीआरपी ने इसकी सूचना उसके घरवालों को दी और उसे इलाज के लिए बनारस में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई. उक्त वीभत्स घटना में रामगढ़ थाने की भूमिका पूरी तरह से संदेह के घेरे में है. इसिलए भाकपा-माले रामगढ़ थाना प्रभारी की बर्खास्तगी, अपराधी मनोज सिंह की अविलंब गिरफ्तारी और मृतक के परिजनों के लिए सरकारी नौकरी व उचित मुआवजे की मांग करती है.
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