विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 10 फ़रवरी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

रविवार, 10 फ़रवरी 2019

विदिशा (मध्यप्रदेश) की खबर 10 फ़रवरी

टीकाकरण में विदिशा प्रदेश में दूसरे स्थान पर
शैक्षणिक संस्थाओं के 291985 विद्यार्थियों का टीकाकरण हुआ
vidisha news
खसरा (मीजल्स) रोग निर्मूलन एवं रूबेला रोग के नियंत्रण हेतु प्रदेशयापी अभियान का क्रियान्वयन विदिशा जिले में भी जारी है। टीकाकरण की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक के उपरांत जारी जिलो की सूची में विदिशा जिला प्रदेश स्तर पर दूसरे स्थान पर है।  जिला टीकाकरण के नोडल अधिकारी डाॅ केएस अहिरवार ने बताया कि शैक्षणिक संस्थाओं में सम्पादित अब तक के टीकाकरण कार्यो की समीक्षा प्रदेश स्तर पर की गई थी जिसके अनुसार विदिशा जिले की शैक्षणिक संस्थाओं में अध्ययनरत आयु वर्ग जिन्हें टीका लगाए जाने थे उक्त कार्य में विदिशा जिला प्रदेश स्तर पर दूसरे स्थान पर है जिले की शैक्षणिक संस्थाओं में दर्ज 15 वर्ष आयु तक के 95.3 प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण कार्य किया जा चुका है।  राज्य स्तरीय एमआर टीकाकरण की शैक्षणिक कव्हरेज संबंधी समीक्षा बैठक के उपरांत आठ फरवरी तक की जारी रिपोर्ट अनुसार विदिशा जिले के तीन हजार 249 स्कूलों में दर्ज पूर्व उल्लेखित आयु वर्ग के तीन लाख छह हजार 523 विद्यार्थियों का टीकाकरण किया जाना था जिसमें से अब तक दो लाख 91 हजार 985 छात्र छात्राआंे का टीकाकरण कार्य पूर्ण किया जा चुका है जो लक्ष्य उपलब्धि का 95.3 प्रतिशत है। 

आमदनी दुगनी करने के संसाधनो से अवगत हुए कृषक

नीति आयोग द्वारा जारी आकांक्षी जिलो की सूची में शामिल विदिशा जिले में किसानों की आमदनी कैसे दुगनी हो से मुखातिर करने एवं उपायो से अवगत कराते हुए उपलब्ध संसाधनो की पूर्ति सुनिश्चित कराने के उद्वेश्य से ग्राम स्तरों पर कृषक संगाष्ठियों का आयोजन कृषक कल्याण अभियान दो के तहत जारी है। गत दिवस ग्राम इमलिया सहकारी समिति में ततसंबंधी शिविर का आयोजन किया गया था। उक्त संगोष्ठि में ग्राम इमलिया, धोलाखेडी, जोहद, कागपुर, हिनौतिया, नंदुपुरा, राजोदा, ककरावदा इत्यादि ग्रामों के 170 कृषको ने सहभागिता निभाई है। शिविर में मौजूद कृषकों को वैज्ञानिकों एवं अधिकारियों के द्वारा आमदनी दुगनी कैसे हो पर विस्तारपूर्वक व्याख्यान दिया गया और राज्य एवं केन्द्र सरकार के माध्यम से किसानों के लिए मुहैया कराई जाने वाली सुविधाओं के साथ-साथ योजनाओं का लाभ कैसे शीघ्र प्राप्त करें कि बिन्दुवार जानकारी से अवगत कराया गया। इस दौरान किसानों की कृषि संबंधी समस्याओं का निदान वैज्ञानिकों द्वारा किया गया और उन्हें आधुनिक खेती से होने वाले फायदों से भी अवगत कराया गया।  उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक श्री अशोक मिश्रा ने नकदी फसलों को रेखांकित करते हुए उद्यानिकी फसलों का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विभाग के माध्यम से क्रियान्वित सभी योजनाओं पर पचास प्रतिशत अनुदान कृषकों को दिया जा रहा है परम्परागत खेती के अलावा उद्यानिकी फसलांे को लगाकर कृषक बंधु अपनी आमदनी को दुगना कर सकते है। इस दौरान किसानों को इमलिया क्षेत्र में भौगोलिक एवं जलवायु के आधार पर आम, अमरूद व अनार के बगीचा लगाए जाने की सलाह दी गई है। विभाग के माध्यम से क्रियान्वित नेट हाउस पाॅली हाउस के संबंध में भी विस्तारपूर्वक किसानों को जानकारी दी गई है।  कृषि वैज्ञानिक केन्द्र रायसेन के वैज्ञानिक डाॅ स्पप्निल दुबे ने किसानों को अपनी स्वंय की आमदनी कैसे दुगनी हो और इसके लिए क्या-क्या करें पर गहन प्रकाश डाला। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे समन्वित कृषि प्रणाली अंतर्गत फसल उत्पादन जरूर लें। जिसमें सब्जी, फल, फूल पशुपालन मधुमक्खी पालन, मशरूम उत्पादन आदि पद्वतियों को अपनाकर आमदनी के जरिये को बढा सकते है।  सहायक कृषि यंत्री श्री प्रताप सिंह शाक्य ने उन्नत कृषि यंत्र जैसे रेज्ड बैड, प्लांटर, जीरो टिलेज मशीन, रोटावेटर, लेजर लैंड लेवलर आदि के उपयोग कर फसलों का उत्पादन बढाया जा सकता है पर प्रकाश डाला। कृषक संगोष्ठि में वैज्ञानिकों द्वारा फसलों की उन्नत किस्म बीजो उपचार समन्वित पोषण प्रबंधन समन्वित कीट प्रबंधन, समन्वित रोग प्रबंधन, पशु पालन आदि महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई। कार्यशाला में सागर जिले से आए उन्नत कृषक श्री केके दुबे ने आॅयस्टर मशरूम के नमूनों व तकनीकी का प्रदर्शन कर मशरूम उत्पादन की तकनीकी से अवगत कराते हुए कम समय में अधिक मुनाफा कैसे हो पर प्रकाश डाला। 

पिछड़ा वर्ग छात्रवृत्ति पोर्टल में ईकेवायसी का सत्यापन अनिवार्य

राज्य शासन द्वारा वर्ष 2018-19 में पिछड़ा वर्ग पोस्ट मैट्रिक छात्रवृत्ति पोर्टल 2.0 में ईकेवायसी सत्यापन अनिवार्य कर दिया गया है। साथ ही निर्देश दिए गए है कि सभी शैक्षणिक संस्थाओं के माध्यम से ईकेवायसी सत्यापन कराना सुनिश्चित करंे ताकि समय पर छात्रवृत्ति आवेदनों की प्रक्रिया पूर्ण की जा सके। पिछडा वर्ग छात्रवृत्ति पोर्टल में ईकेवायसी के सत्यापन के लिए छात्र-छात्राओं को लाॅग इन कर अथवा होम पेज पर उपलब्ध लिंक पर क्लिक करके प्रक्रिया पूर्ण करनी होगी। इस प्रक्रिया के लिए पोर्टल पर दो विकल्प उपलब्ध है जिसमें प्रथम विकल्प के अनुसार ईकेवायसी सत्यापन के लिए छात्र-छात्राओं के आधार पंजीकृत मोबाइल नम्बर पर ओटीपी प्राप्त करके अथवा दूसरे विकल्प के अनुसार बायोमैट्रिक डिवाईस का उपयोग कर फिंगर प्रिन्ट स्केन द्वारा छात्रवृत्ति स्वीकृति की प्रक्रिया पूर्ण की जा सकती है। उन्होंने जिले की सभी शैक्षणिक संस्थाओं से आग्रह किया है कि ईकेवायसी सत्यापन सुनिश्चित कर छात्रवृत्ति आवेदन पत्रों की स्वीकृति की प्रक्रिया शीघ्र पूर्ण करें। विस्तृत जानकारी के लिए कार्यालय से संपर्क किया जा सकता है। डाला। 

जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर 15 को लायरा में

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के मार्गदर्शन में 15 फरवरी को जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर लायरा मंे आयोजित किया गया है उक्त शिविर प्रातः 11 बजे से शुरू होगा। कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह क द्वारा जारी लोक कल्याण शिविरों के आयोजन की तिथि अनुसार कुरवाई विकासखण्ड के ग्राम लायरा में 15 फरवरी शुक्रवार को ततसंबंधी शिविर का आयोजन किया गया है। जिला स्तरीय लोक कल्याण शिविर मंे समस्त जिलाधिकारियों को मौजूद रहने के निर्देश जारी किए है उन्होंने कहा है कि शिविर स्थल पर उपस्थित होेकर ग्रामीणजनों को विभागीय योजनाओं की विस्तृत जानकारी देते हुए उन योजनाओं से लाभांवित कराने का प्रयास करें इसके अलावा विभाग से संबंधित प्राप्त होने वाले आवेदनों का मौके पर कारगर निराकरण की पहल करें। कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य और पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि शिविर स्थल पर उपचार केम्प का भी आयोजन किया जाए। इसी प्रकार हितग्राहीमूलक योजनाओं पर आधारित विभागीय प्रदर्शन भी लगाए जाने एवं योजनाओं पर आधारित साहित्य का वितरण करने के निर्देश भी जिलाधिकारियों को दिए है। 

वाराणसी-प्रयागराज हेतु मंगलवार को जाएंगे तीर्थ यात्री

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत विदिशा जिले के 118 तीर्थ यात्री 12 फरवरी को स्पेशल टेªन से वाराणसी प्रयागराज तीर्थ दर्शन हेतु रवाना होंगे।  डिप्टी कलेक्टर एवं योजना की नोडल अधिकारी श्रीमती आरती यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के तहत वाराणसी प्रयागराज हेतु जिले को दो सौ का लक्ष्य प्राप्त हुआ था किन्तु अंतिम तिथि पांच फरवरी तक कुल 118 आवेदको के द्वारा आवेदन किए  गए है लक्ष्य से कम आवेदन प्राप्त होने पर सभी तीर्थ यात्रियों का चयन उल्लेखित तीर्थ यात्रा हेतु किया गया है उनके साथ 12 अनुरक्षक भी साथ जाएंगे।  मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना के सभी चयनित 118 तीर्थ यात्रियों की सूची विदिशा तहसील कार्यालय के साथ-साथ जिले की अन्य सभी तहसील कार्यालयों में चस्पा कराई गई है। 

जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक आज

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह की अध्यक्षता में जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक 11 फरवरी को आयोजित की गई है कि जानकारी देते हुए डिप्टी कलेक्टर श्रीमती आरती यादव ने बताया कि दोपहर एक बजे से कलेक्टेªट सभाकक्ष में आहूत की गई उक्त बैठक में विभिन्न विभागों में कर्मचारियों से संबंधित लंबित प्रकरणों की समीक्षा की जाएगी।  डिप्टी कलेक्टर श्रीमती यादव ने समस्त विभागों के जिलाधिकारियो को पत्र प्रेषित कर उन्हें आठ फरवरी तक कर्मचारियों से संबंधित जानकारियां उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए उन्हें जिला परामर्शदात्री समिति की बैठक में नियत समय व स्थल पर उपस्थित होने हेतु भी पत्र प्रेषित किए गए है।


गंजबासौदा की विकास की विकास योजना अनुमोदित

नगर तथा ग्राम निवेश के उप संचालक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा गंजबासौदा निवेश क्षेत्र के लिए विकास योजना मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम 1973 की धारा 19(1) में अनुमोदित की गई है। गंजबासौदा विकास योजना 2031 मध्यप्रदेश नगर तथा ग्राम निवेश अधिनियम की धाराओं के प्रावधान अनुसार राज्य पत्र में प्रकाशित दिनांक से प्रभावशील होगी तथा ळमव ज्-ब्च् चवतजंस  सात जुलाई 2018 को किया जा चुका है। बासौदा निकाय क्षेत्र के आम नागरिकों से नगर तथा ग्राम निवेश के उप संचालक ने अपील की है कि सेवा के अंतर्गत आवेदक भूमि उपयोग प्रमाण पत्र के लिए विभाग की बेवसाइट के माध्यम से घर बैठे आवेदन करने एवं सायबर ट्रेझरी के माध्यम से भुगतान की सुविधा का लाभ ले सकते है। प्रमाण पत्र प्राप्ति के लिए https://gismp.nic.in का भी उपयोग किया जा सकता है।

पेयजल समस्या से अवगत कराएं कंट्रोल रूम को

कलेक्टर श्री कौशलेन्द्र विक्रम सिंह के द्वारा दिए गए निर्देशो के अनुपालन में लोक स्वास्थ्या यंात्रिकीय विभाग के द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल संबंधी समस्याओं की जानकारियां प्राप्ति हेतु जिला एवं विकासखण्ड स्तरों पर पृथक-पृथक कंट्रोल रूम स्थापित किए गए है लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री अविनाश दिवाकर ने विकासखण्ड और जिला मुख्यालयों पर गठित कंट्रोल रूम के संबंध में बताया कि प्रातः आठ बजे से रात्रि आठ बजे तक संचालित किए जाएंगे। उक्त अवधि में ग्रामीणजन हेण्डपंपो के संबंध में अपनी शिकायते दर्ज करा सकते है। प्रत्येक शिकायत की जानकारी रजिस्टर में अंकित की जाएगी ताकि वरिष्ठ अधिकारियों के औचक निरीक्षण के दौरान इस बात का भलीभांति पता लगाया जा सकें कि कुल कितनी शिकायते प्राप्त हुई है। विकासखण्ड स्तर के कंट्रोल रूम पर प्राप्त होने वाली शिकायतो का निराकरण तीन दिवस के भीतर कराया जाएगा यदि नियत अवधि में शिकायत का समाधान नही किया जाता है तो जिला स्तर के कंट्रोल रूम का दूरभाष क्रमांक 07592-250663 एवं 408554 पर कार्यालयीन अवधि में शिकायत दर्ज कर सकते है। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकीय उपखण्ड कार्यालय स्थलों पर संचालित होने वाले कंट्रोल रूमों के सम्पर्क नम्बर इस प्रकार से है। विदिशा एवं नटेरन विकासखण्ड की शिकायते 07592-490844 पर, ग्यारसपुर विकासखण्ड की पेयजल संबंधी समस्याएं 9993834991 पर, बासौदा एवं कुरवाई विकासखण्ड क्षेत्र की पेयजल शिकायते 07594-221430 पर तथा सिरोंज एवं लटेरी विकासखण्ड क्षेत्र के अंतर्गत पेयजल की समस्याओं की सूचनाएं गठित कंट्रोल रूम 07591-253036 पर दर्ज करा सकते है।

कोई टिप्पणी नहीं: