बिहार : भाकपा ने जवान के पार्थिव शरीर की उपेक्षा किये जाने की कड़ी आलोचना की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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मंगलवार, 5 मार्च 2019

बिहार : भाकपा ने जवान के पार्थिव शरीर की उपेक्षा किये जाने की कड़ी आलोचना की

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पटना 05 मार्च। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जम्मू-कष्मीर में हाल में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में शहीद हुए सी.आर.पी.एफ. के जवान के पार्थिव शरीर पटना आने पर बिहार की एनडीए सरकार और एनडीए के घटक दलों के नेताओं द्वारा उपेक्षा किये जाने की कड़ी आलोचना की है। आज यहां जारी अपने बयान में पार्टी के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह ने कहा कि बिहार के सीआरपीएफ के जवान पिटू सिंह 01 मार्च को जम्मू-कष्मीर में आतंकवादियों के साथ मुठभेठ में शहीद हो गये थे। उनका पार्थिव शरीर 03 मार्च को पटन एयर पोर्ट पर लाया गया था। लेकिन यह निन्दनीय है कि शहीद पिंटू सिंह को श्रद्धांजलि देने के लिए बिहार की एनडीए सरकार के एक भी मंत्री या एनडीए घटक दलों के एक भी बड़े नेता एयरपोर्ट पर नहीं गये। जबकि मुख्यमंत्री नीतीष कुमार सहित सभी मंत्री और जदूय-भाजपा और लोजपा के सभी बड़े नेता पटना में मौजूद थे।  दुख तो इस बात का है कि शहीद के पार्थिव शरीर पटना पहुँचने के कुछ ही घंटे बाद संकल्प रैली को संबोधित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पटना एयरपोर्ट पर जब पहुँचे तो राज्य सरकार के सभी मंत्री और जदयू भाजपा एवं लोजपा के सभी बड़े नेता दौड़े-दौड़े उनके स्वागत के लिए एयरपोर्ट पहुँच गये। इन नेताओं की दृष्टि में देष के लिए शहीद होने वालों का महत्व से नरेन्द्र मोदी का महत्व ज्यादा है।  बिहार के एनडीए नेताओं द्वारा यह न सिर्फ शहीदों का अपमान है, बल्कि राष्ट्र का भी अपमान है। चैंकाने वाली बात तो यह है कि शहीद पिंटू सिंह का दाह संस्कार उनके गृह जिला बेगूसराय में उसी दिन हुआ। लेकिन वहा भी कोई मंत्री या एनडीए के नेता नहीं पहुँचे। हास्यास्पद बात तो यह हुई कि एक मंत्री वहां पहुँचे तब पहुँचे जब दाह संस्कार संपन्न हो चुका था।  सेना की शान में चिधड़ने वाले नरेन्द्र मोदी और एनडीए के नेता सेना के शहीदों को अपमानित करने में भी नहीं शर्माते हैं। नीतीष कुमार और नरेन्द्र मोदी ने शहीद पिंटू सिंह के अपमान पर देष से माफी भी नहीं मांगी है। लेकिन देष की जनता खासकर बिहार की जनता शहीद के इस अपमान की सजा जल्द ही देगी।

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