झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मार्च - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 11 मार्च 2019

झाबुआ (मध्यप्रदेश) की खबर 11 मार्च

राष्ट्र जागरण मंच ने तत्वादान मे हुआ युवा सम्मेलन समपन्न

पारा --राष्ट्र जागरण मंच के तत्वादान मे आज पारा नगर मे युवा सम्मेलन स्थानिय सरस्वती शिशु मंदिर मे समपन्न हुआ। सम्मेलन मे मुख्य अतिथि हिन्दु जागरण मंच के घार विभाग संयोजक हरीओम शर्मा लाखनसिह राजपुत व उमेश सेतन थें। प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्र जागरण मंच के तत्वादान मे आयोजित एक दिवसीय युवा सम्मेलन का आयोजन सरस्वती शिशु मंदिर प्रागण मे रखा गया था । जिसमे पारा नगर सहीत आसपास के ग्रामीण अंचल के सेकडो युवाओ भाग लिया। उपस्थित युवाओ को संबोधित करते हुए हिन्दु जागरण मंच के धार विभाग संयोजक हरीओम शर्मा ने कहा कि देश की एकता व अखण्डता को विपरीत परिस्थितियो मे बनाए रखे। अलग अलग जाति मे न बंट कर संगठीत रहे केवल एक जाति हिन्दु ही माने। हिन्दुत्व की भावाना से काम करे। न कोई अगडा हे न काई पिछडा मानव मात्र सभी एक समान हे। देश की अस्मीता पर आंच न आने दे। देश के लिए सरहद पर अपनी जान न्योछावर कर रहे। सेनिको व उनके परिवार को सम्मान दे। जीतना बन सके देश हित मे काम करे। आज भारत की साख पुरे विश्व मे बडी हे। इस साख बानए रखने मे अपना अमुल्य योग दान देवे। समापन पर कार्यक्रम का आभार ज्ञानसिह भाटी ने माना।

ग्राम रोटला मे श्री मद,भागवत भागवत ज्ञान कथा का पांचवा दिन
  किसी कार्य को करने के लिए मन का एकाग्र होना जरुरी-- स्वामी प्रणवानंद
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पारा -- विगत चार दिनो झाबुआ जिले के अंचल मे ग्राम रोटला मे चल रही संगीतमयी श्रीमद भागवत ज्ञान कथा मे 1008 महामंडलेश्वर स्वामी  प्रणवांनदजी ने आज कथा के पांचवे दिन बताया कि आप का मन यथावत हे या नही कथा में या अन्य काम करते हे तो आपका मन एकाग्रह होना चाहिये । दुसरा यादो का संकलन होना चाहीए। अगर आप कहि बैठ कर कथा सुनाते तो कथा का याद रहना जरूरी है। नही तो आप किसी काम के नही हो यादो का सबसे बड़ा हिसा दो हे वह आँख , कान हे । हमारे सनातन धर्म में ही धर्म का ही बड़ा महत्व है । भारत  एक ऐसा देश हे जहाँ हर रोज उत्सव ही उत्सव हे । भगवान के जन्म का बडे शहरो से बड़ा उत्सव मनाया जाता हे। गांव में हर भक्त बालक बालिका चखने के लिए माखन लाये। , भगवान सुदामा के गाँव का नाम था आनन्दी । आनन्दी माॅ इन्द्रा गांघी की गुरु थी ,वह जन्म के समय रोय नही तब लोगो ने पूछा की आप रोय नही तो उन्हाने बोला की में झोपड़ी में पैदा हुयी हु। भगवान पैदा होते ही भगवान लगने लगते है। भगवान राम को भगवान हाने का बोध तो बड़े होने पर तप करने से पता चला है ।  हमे दूसरे की चीज नही हड़पना चाहिए ।  भगावन ने कहा कि हम लेते है पर हम देते नही हें। भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पर्व की लीला रची और एक ऊगली पर गोवरधन पर्वत को उठाया। ओर भारी वर्षा से वृन्दावन वासीयो की रक्षा करी।  कथा के समापन पर आरती व महा प्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर धर्म रक्षक के प्रमुख वालसिह मसानिया व उनके सहयोगी सदस्य सहीत बडी संख्या मे श्रद्धालु महिला पुरुष उपस्थित थे। प्रति दिन की तरह कथा समाप्ती के पश्चात भण्डारे का आयोजन भी किया गया था जिसमे उपस्थित श्रद्धालुओ भोजन प्रसादी गृहण की।

50 से अधिक महिलाओं को उत्कृष्ट सेवा अलंकरण एवं विषिष्ट सेवा सम्मान से नवाजा गया
ज्ञान रागिनी, ना-जायज का दर्द, शब्द सुमन काव्य संग्रह का हुआ भव्य विमोचन, गरिमामय रूप से संपन्न हुआ अखिल भारतीय मातृ शक्ति सम्मान समारोह
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झाबुआ। 10 मार्च रविवार को देष की प्रथम षिक्षिका प्रतिभाबाई फूले की पुण्ययतिथि पर अखिल भारतीय मातृ शक्ति सम्मान समारोह का आयोजन झाबुआ के पैलेस गार्डन पर रखा गया। जिसमें विषेष रूप से देषभर की 50 से अधिक योग, षिक्षा, आध्यात्म, समाजसेवा, धर्म के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त महिलाओं को उत्कृष्ट सेवा अलंकरण एवं विषिष्ट सेवा सम्मान से नवाजा गया। सबसे उत्कृष्ट एवं अनुपम सम्मान झाबुआ जिले के वीर सपूत स्व. भगवानसिंह मिंडकिया की माताश्री नंदीबाई रामसिंह का हुआ। साथ ही इस अवसर पर राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना की अध्यक्ष डाॅ. प्रभु चैधरी की पुस्तिका ‘‘ज्ञान रागिनी’’, वरिष्ठ समाजसेवी एवं वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी के काव्य संग्रह ‘‘ना-जायज का दर्द’’,ं श्रीमती अर्चना राठौर की काव्य-कृत ‘‘शब्द-सुमन’’ एवं राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना की राष्ट्रीय सचिव अमृता अवस्थी के काव्य संग्रह का विमोचन देषभर के ख्याति प्राप्त हस्तीयांें द्वारा मिलकर किया गया। इस बीच राष्ट्रीय नागरी लिपि संगोष्ठी भी रखी गई। समारोह के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में डाॅ. सुवर्णा जाधव, प्रदेष अध्यक्ष महासंघ मुंबई, डाॅ. चेतना उपाध्याय अजमेर, डाॅ. अर्चना झा हैदराबाद एवं डाॅ. प्रतिभा मिश्र भिलाई के साथ विषेष अतिथि के रूप में जिला दहेज सलाहकार बोर्ड (डीपीए) झाबुआ के अध्यक्ष यषवंत भंडारी, वरिष्ठ इतिहासकार डाॅ. केेके त्रिवेदी, वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक अधिकारी झाबुआ डाॅ. आईएस तोमर, शासकीय कन्या महाविद्यालय झाबुआ के प्राचार्य सीएस चैहान के साथ श्रीमती डेजीरानी जैन (भोपाल) एवं रमेषप्रसाद शर्मा ‘स्वतंत्र’ इंदौर उपस्थित थे। समारोह की अध्यक्षता राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना के अध्यक्ष एवं आयोजन के सूत्रधार डाॅ. प्रभु चैधरी तथा आयोजन समिति की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना राठौर ने की। शुभारंभ अवसर पर सभी अतिथियों द्वारा विद्या की देवी मां सरस्वतीजी, शहीद चन्द्रषेखर आजाद एवं प्रतिभाबाई फूल के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्जवलन कर किया। अतिथियों का स्वागत डाॅ. सुनिता मंडल कोलकत्ता,ं डाॅ जीएस सरोजा (षिमोगा), डाॅ. शैलचंद्रा (धमतरी), सकल व्यापारी संघ झाबुआ अध्यक्ष नीरजसिंह राठौर, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट के संस्थापक अध्यक्ष राजेष नागर, सेवा प्रकल्प परार्मषदाता सुधीरसिंह कुषवाह, अध्यक्ष रविराजसिंह राठौर, गायत्री परिवार से विनोदाकुमार जायसवाल, एवं श्रीमती सुजाता जायसवाल, युवा रोटेरियन निखिल भंडारी, आयोजन समिति की उपाध्यक्ष श्रीमती ज्योति रांका एवं श्रीमती शारदा सिक्का, सचिव सुश्री रूक्मणी वर्मा, सह-सचिव हरिप्रिया निगम एवं श्रीमती वंदना द्विजेन्द्र व्यास, कोषाध्यक्ष अंजु भंडारी, सह-कोषाध्यक्ष कल्पना सकलेचा आदि ने किया।

जिले के वीर सपूत के परिवार का हुआ सम्मान
उद्घाटन एवं स्वागत सत्र के बाद सबसे प्रथम सम्मान झाबुआ जिले के वीर सपूत स्व. भगवानसिंह मिंडकिया की माताजी नंदीबाई रामसिंह का अभिंदन आयोजन के सूत्रधार डाॅ. प्रभु चैधरी, आयोजन समिति के मार्गदर्षक यषवंत भंडारी, आयोजन समिति अध्यक्ष श्रीमती अर्चना राठौर, सचिव सुश्री रूक्मणी वर्मा, वरिष्ठ रोटेरियन प्रतापसिंह सिक्का ने किया। इस दौरान सभी ने सामूहिक रूप से शहीद वीर सैनिक के सम्मान में भारत माता एवं वंदे मातरम् के जयघोष लगाए।

चार पुस्तिकओं का हुआ भव्य विमोचन
तत्पष्चात् चार पुस्तिकों में सर्वप्रथम राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना अध्यक्ष डाॅ. प्रभु चैधरी की पुस्तिका ‘‘ज्ञान-रागिनी’’ का विमोचन सभी मंचासीन अतिथियों ने मिलकर किया। पुस्तक के बारे में डाॅ. प्रभु चैधरी ने बताया कि ‘‘ज्ञान-रागिनी’’ में देषभर के साहित्यकारों का परिचय का प्रकाषन है। साथ ही उनकीं प्रसिद्ध कविताएं एवं रचनाएं भी समाहित है। यह पुस्तक देषभर के साहित्यकारों की रचनाओं का महा-समागम है। बाद वरिष्ठ साहित्यकार यषवंत भंडारी ‘यष’ के तीसरे काव्य संग्रह ‘‘ना-जायज का दर्द ’’ का विमोचन हुआ। विमोचन बाद यषवंत भंडारी ने बताया कि यह काव्य संग्रह नाजायज बच्चें के जन्म से लेकर अंतिम क्षण तक की उसकी व्यथा को प्रस्तुत कर करता है। बच्चें की व्यथा और उसकी पीढ़ा को कविताओं के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है। अमृता अवस्थी के काव्य संग्रह का विमोचन बाद उन्होंने अपनी पुस्तक के बार में जानकारी दी। सबसे अंत में आयोजन समिति की अध्यक्ष श्रीमती अचना राठौर की काव्य कृति ‘‘शब्द सुमन’’ का विमोचन कृति के बारे में श्रीमती अर्चना राठौर ने बताया। सभी पुस्तिका के रचियताओं का अतिथियों द्वारा साफा पहनाकर एवं शाल ओढ़ाकर तथा श्रीफल भेंटकर भव्य सम्मान किया गया।

उत्कृष्ट सेवा अलंकरण से ये हुई अलंकृत
समारोह के अंतिम सत्र में उत्कृष्ट सेवा अलंकरण से सबसे पहले अध्यात्म के क्षेत्र में पिछले 25 वर्षों से सेवाएं दे रहीं ब्रम्हकुमारी जयंती दीदी झाबुआ, डाॅ. सुनिता मंडल कोलकत्ता, डाॅ. सुवर्णा जाधव, मुंबई, डाॅ. निषा जोषी, डाॅ. सुषीला पाल मुंबई, डाॅ. शैलचंद्रा धमतरी, डाॅ. संगीता पाल कच्छ, डाॅ. रेणु सिरोया उदयपुर, डाॅ. आरती चितकरिया हरिद्वार, श्रीमती अमृता अवस्थी इंदौर, डाॅ. मीनू पांडे भोपाल, डा. षिवा लोहरिया जयपुर, डाॅ. चेतना उपाध्याय अजमेर, डाॅ. अर्चना झा हैदराबाद, श्रीमती डेजीरानी जैन भोपाल, श्रीमती मंुजला मुकाती इंदौर, लोक कलाकार एवं गायक श्रीमती अन्नू भाबर झाबुआ, गायत्री परिवार की श्रीमती नलिनी बैरागी, शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय झाबुआ की वरिष्ठ प्राध्यापक डाॅ. गीता दुबे, डाॅ. रूपा भावसार उज्जैन, डाॅ. प्रेरणा मनना उज्जैन, डाॅ. शोभा शोचे उज्जैन को उत्कृष्ट सेवा अलंकरण से आयोजन समिति की सभी महिला पदाधिकारियों के साथ सहयोगी संस्थाओं में इन्हरव्हील क्लब ‘मेन’, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट, राजपूत महिला क्लब, गायत्री परिवार एवं परहित जन सेवा संस्था द्वारा सम्मानित किया गया।

इनको मिला विषिष्ट सेवा सम्मान
बाद विषिष्ट सेवा सम्मान की कड़ी में रोटरी क्लब की पूर्व उपाध्यक्ष एवं वरिष्ठ रोटेरियन श्रीमती शारदा सिक्का झाबुआ, श्रीमती विजिया रायकवार भोपाल, डाॅ. पूर्णिमा मंडलोई इंदौर, सुश्री मोनिकादेवी शामली, श्रीमती रेखा अवस्थी कानपुर, डाॅ. दविन्दर कोरहोरा इंदौर, श्रीमती गीता यादव उज्जैन, डाॅ. प्रियदर्षनी अग्निहोत्री इंदौर, डाॅ. रष्मि थापा इंदौर, डाॅ. मीरा एंथोनी बेतूल, विनीता ओझा रतलाम, रमा टेमले इंदौर, सुश्री प्रगति बैरागी उज्जैन, श्रीमती केषी गुप्ता दिल्ली, डाॅ. दीपा अग्रवाल अजमेर, डाॅ. रजनी मिश्र इंदौर, डाॅ. अर्चना दुबे मुंबई, पूजा भारती नागदा, आसरा पारमार्थिक ट्रस्ट की आजीवन अध्यक्ष श्रीमती वंदना व्यास, परहित जन सेवा संस्था की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना राठौर, इन्हरव्हील क्लब ‘मेन’ की सभी महिलाओं, डाॅ. मनीष शर्मा, राजपूत महिला क्लब की महिलाओं का पुष्पामाला एवं पुष्प गुच्छ भेंटकर सेवा सम्मान-पत्र प्रदान किए गए।

प्रतीक चिन्ह भेंट किए गए
राष्ट्रीय नागरीलिपि संगोष्ठी के दौरान मुख्य वक्ता हिन्दी अध्ययन शाला विविवि उज्जैन के डाॅ. शैलेन्द्रकुमार शर्मा ने राष्ट्रीय देव नागरी लिपि के बारे में विस्तार से जानकारी दी। अंत में इस भव्य सम्मान समारोह को सफल बनाने हेतु रोटरी क्लब ‘मेन’ के पदाधिकारियों में अध्यक्ष अमितसिंह जादौन (यादव), उपाध्यक्ष अर्पित संघवी, कोषाध्यक्ष कार्तिक नीमा, रोटरी क्लब के पूर्व सचिव शैलेन्द्र चैरे, वरिष्ठ रोटेरियन प्रतापसिंह सिक्का, जयेन्द्र बैरागी, युवा रोटेरियन मनोज अरोरा, रोटरेक्ट क्लब सचिव दौलत गोलानी, कार्यवाहक सचिव राकेष पोतदार के साथ जिला आजाद साहित्य परिषद् के पदाधिकारियों में डाॅ. केेके त्रिवेदी, पीडी रायपुरिया, प्रवीण सोनी, प्रदीप अरोरा, एजाज नाजी धारवी का भी सम्मान प्रतीक चिन्ह देकर हुआ। सम्मान समारोह का सफल संचालन डाॅ. दविन्दर कोरहोरा इंदौर एवं राष्ट्रीय षिक्षक संचेतना की जिला उपाध्यक्ष गरिमा आचार्य ने किया एवं अंत में आभार आयोजन समिति की अध्यक्ष श्रीमती अर्चना राठौर ने माना।

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