पुर्णियां : देश में महिलाओं को स्वतंत्रता, सुरक्षा सम्मान व बराबरी के लिए आंदोलन होता रहा है : विक्रम - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 8 मार्च 2019

पुर्णियां : देश में महिलाओं को स्वतंत्रता, सुरक्षा सम्मान व बराबरी के लिए आंदोलन होता रहा है : विक्रम

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पूर्णिया : कहते हैं कि हर सफल इंसान के पीछे एक औरत का हाथ होता है, चाहे वो मां का हो, चाहे बहन का हो, चाहे पत्नी हो, चाहे वो बेटी हो, चाहे वो मित्र हो, वो हर परिस्थिति में हमें मजबूत करती हैं और दूसरे को भी प्रेरित करती हैं। आज की नारी हर क्षेत्र में उचाईयां छू रही हैं। मैं अंबर में सितारा हूं, मैं ही चांद और तारा हूं, मैं धरती में नजारा हूं, मैं ही जल की धारा हूं। मैं हवा में फिजा हूं, मैं ही मौसम का इशारा हूं, मैं फूल हूं, मैं ही खुशबू हूं, मैं ही जन्नत का नजारा हूं। इस बार की अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2019 थीम बैलेंस फॉर बेटर पर आधारित है। इस थीम के आधार पर पूरे साल लेगिंग संतुलन और समानता पर आधारित प्रयास किए जाएंगे। ताकि दुनिया में महिलाओं की स्थिति में और भी ज्यादा सुधार हो सके। उक्त बातें समाजसेवी महिला सीता देवी ने श्रीनगर प्रखंड में आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। इस अवसर पर नेहरु युवा केंद्र पूर्णिया के जिला कार्यक्रम समन्यवक विक्रम कुमार ने उपस्थित सभी महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि विश्व में महिलाओं की आर्थिक राजनीतिक तथा सामाजिक उपलब्धियों के तौर पर महिला दिवस मनाया जाता है। इसका इतिहास बहुत पुराना है। जर्मनी, रूस, अमेरिका तथा भारत में महिलाओं की स्वतंत्रता और सुरक्षा सम्मान तथा बराबरी का दर्जा पाने के लिए आंदोलन होता रहा है। महिलाएं संगठन बनाकर अपनी आवाज को बुलंद करने में कभी भी पीछे नहीं हटी हैं। इसके लिए हिंद खेत मजदूर पंचायत सहित अन्य यूनियन महिलाओं को अधिकार दिलाने में हरसंभव प्रयास करता आ रहा है। इसके साथ उन्होंने कहा कि बिहार में महिलाओं को अधिकार और समान वेतन दिलाने के लिए यूनियन 1988 से ही संघर्ष करते आ रहा है। महिलाओं के साथ हो रहे भेदभाव अत्याचार दुव्यर्वहार शोषण घरेलू हिंसा तथा बाल विवाह को रोकने के लिए कई यूनियन बड़े पैमाने पर आंदोलन के माध्यम से सरकार पर दबाव देकर महिलाओं के अधिकार को सुनिश्चित करने के लिए आवाज बुलंद कर रहे हैं। महिलाओं की समस्या तथा चुनाव में महिलाओं की समान भागीदारी पर 2003 में बिहार सरकार को घेरने का काम किया था। पटना की सड़क पर लाखों महिलाओं ने यूनियन के बैनर तले अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाने का काम किया है। इस संघर्ष में किशनगंज जिला की अहिल्या देवी, कटिहार जिला की सीता देवी सहित कई महिलाओं ने अपनी जान गंवा दी। इस दौरान खुट्टी धुनेली पंचायत भवन में महिला दिवस मनाया गया। महिला दिवस के अवसर पर प्रखंड विकास पदाधिकारी ओम प्रकाश कुमार एवं जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक अमित कुमार सिंह के द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की गई। इस दौरान जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक अमित कुमार सिंह ने कहा कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों से आई जीविका दीदीयों द्वारा अनुभव आत्मनिर्भरता महिला सशक्तिकरण की बातों को साझा करने का मौका मिला। कार्यक्रम के अगले पड़ाव में जीविका दीदीयों की रंगोली कुर्सी नृत्य रस्सी कसा कसी का आयोजन किया गया। इसमें जीविका से जुड़े सभी कर्मी को अच्छे कार्य के लिए सम्मानित कर प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार भी दिया गया। इस दौरान क्षेत्रीय समन्वयक प्रीति कुमारी, पूजा कुमारी, रेणु देवी, मुनमुन, चांदनी देवी, रानी देवी, सुशीला देवी समेत कई अन्य उपस्थित थी। साथ ही श्रीनगर प्रखंड क्षेत्र के दीरा कॉलोनी में समाजसेवा केंद्र पूर्णिया के समन्वयक अर्चना टप्पू ने रोशनी परियोजना से जुड़े 10 गांवाें के महिलाओं के साथ महिला दिवस मनाया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में झुनीकला पंचायत के मुखिया कुंदन कृष्ण मोहन उपस्थित थे। साथ ही बाल विकास परियोजना के महिला पर्यवेक्षिका गौरी रानी सिंह भी उपस्थित थे।

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