बिहार में 30 से 35 लाख आवासीय भूमिहीन
पटना,02 मार्च। राजधानी के मैनपुरा में स्थित बिहार वोलेन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन के सभागार में एक्शन एड एवं और प्रयास ग्रामीण विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित की गई। इसमें दलित एवं अल्पसंख्यक समुदाय के 50 से अधिक मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने हिस्सा लिए। बिहार वोलेन्ट्री हेल्थ एसोसिएशन के सभागार में 3 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला संपन्न। कार्यशाला के तीसरे दिन सामाजिक सुरक्षा के विशेषज्ञ प्रमोद कुमार सिंह ने सामाजिक सुरक्षा विषय पर विचार रखते प्रषिक्षण दिया। उन्होंने राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं नियमों में प्रावधानों की जानकारी दी। इन योजनाओं से किस तरह से लाभ प्राप्त किया जा सकता है। उसका उपाय बताने के दरम्यान कहा कि हम लोगों को केवल जागरुक बनाकर ही लाभ दिला सकेंगे। इसके बाद कार्यषाला में मौजूद मानवाधिकार कार्यकर्ताओं को सामाजिक सुरक्षा के विशेषज्ञ प्रमोद कुमार सिंह ने प्रश्नोत्तर के जरिए लोक केन्द्रित जनवकालत के लिए सक्षम बनाया। एक दिन पूर्व लैन्डेसा के विनय ओहदार ने भूमि अधिकार पर प्रशिक्षण दिया। बिहार में 30 से 35 लाख आवासीय भूमिहीन हैं। बिहार सरकार ने आवासीय भूमिहीनों को जमीन दी है। जमीन तो मिली पर जमीन का पर्चा मिला ही नहीं है। दलित और अल्पसंख्यक समुदाय के 50 से अधिक मानवाधिकार रक्षकों ने भाग लिया था। 50ः से अधिक महिलाएं थीं। अल्पसंख्यकों, महिलाओं और दलितों से संबंधित मानव अधिकार और सरकारी योजनाओं के विशेषज्ञों द्वारा विस्तार से चर्चा की गई।
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