बिहार : विश्व सर्वहारा के महान नेता लेनिन को जन्म दिवस पर किया गया याद. - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 22 अप्रैल 2019

बिहार : विश्व सर्वहारा के महान नेता लेनिन को जन्म दिवस पर किया गया याद.

भाकपा-माले ने मनाया अपनी स्थापना की 50 वीं वर्षगांठ.
फासीवादी ताकतों को हराने और लोकतंत्र के संघर्ष को आगे बढ़ाने का लिया संकल्प.
कारकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से आज काॅ. राजाराम सिंह ने किया नामांकन
माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, प्रसिद्ध किसान नेता वीएम सिंह, योगेन्द्र यादव आदि नेता हुए शामिल.

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पटना 22 अप्रैल 2019, भाकपा-माले की स्थापना की आज 50 वीं वर्षगांठ के अवसर पर पूरे राज्य में कार्यक्रम आयोजित किए गए और इस अवसर पर फासीवादी ताकतों को हराने व लोकतंत्र के संघर्ष को आगे बढ़ाने का संकल्प लिया गया. विश्व सर्वहारा के महान नेता लेनिन की आज जयंती भी है. उन्हें इस मौके पर याद किया गया और कम्युनिस्ट विचारों को आगे बढ़ाने का संकल्प दुहराया गया. पटना में राज्य कार्यालय में सबसे पहले झंडोत्तोलन किया गया और शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर समकालीन लोकयुद्ध के संपादक बृजबिहारी पंाडेय ने कहा कि पार्टी का 50 वां स्थापना दिवस ऐसे समय हो रहा है जब देश में आम चुनाव हो रहा है. यह चुनाव भारत में संसदीय लोकतंत्र की स्थापना के बाद के सबसे महत्वपूर्ण और निर्णायक चुनाव है. आज मोदी शासन का फासीवादी माॅडल भारतीय लोकतंत्र पर अपना शिकंजा कसने के लिए बेताब है. संसदीय लोकतंत्र और संवैधानिक गणतंत्र की बुनियादी मान्यतों पर ही आज खतरे उपस्थित हो गए हैं. यूपी के एक भाजपा सांसद ने तो खुलकर कह दिया कि 2019 का चुनाव आखिरी चुनाव साबित होगा. भाकपा-माले 1990 से ही सांप्रदायिक फासीवाद के इस खतरे के खिलाफ संघर्ष करते आई है. इस चुनावी समर में भाजपा की पराजय निश्चत करना हम सबकी जिम्मेवारी है.

भाकपा-माले के पोलित ब्यूरो सदस्य काॅ. रामजी राय ने कहा कि सोवियत यूनियन के पतन के बाद जिन लोगों ने कहा था कि इतिहास का अंत हो गया, आज वही लोग कह रहे हैं कि इतिहास अब भी जारी है. भारत समेत आज दुनिया के अधिकांश देशों में जहां एक ओर दक्षिणपंथी विचारों का बोलबाला बढ़ा है, वहीं दूसरी ओर लोकतंत्र व बेहतर समाज के निर्माण के लिए जनता के संघर्ष ने भी नई ऊंचाइयां ग्रहण की हैं. अब एक बार फिर से समाजवाद की चर्चा होने लगी है और लोग दुनिया भर में आ रहे संकटों का समाधान ढूंढने के लिए माक्र्स व लेनिन की ओर प्रेरित हो रहे हैं. हमें विश्वास है कि भारत में हम इन फासीवादी ताकतों को निश्चित रूप से परास्त करेंगे और जनता का भारत बनाने में सफलता हासिल करेंगे. इन नेताओं के अलावा आज के कार्यक्रम में समता राय, संतलाल, विभा गुप्ता, प्रकाश कुमार, विश्वमोहन कुमार, अविनाश पासवान, दिनेशकुमार, रिया सहित कई लोग उपस्थित थे. संचालन पार्टी के वरिष्ठ नेता राजाराम ने ंकिया. आरा में क्रांति पार्क में झंडोत्तोलन के बाद सभा आयोजित की गई. इसमें आरा लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से माले-वामपंथ-राजद-महागठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार राजू यादव, पार्टी के राज्य सचिव कुणाल, जिला सचिव जवाहर लाल सिंह सहित वरिष्ठ नेताओं ने भाग लिया. नेताओं ने कहा कि आरा को सांप्रदायिक-फासीवादी ताकतों से मुक्त कराना ही भाकपा-माले का लक्ष्य है. हमें उम्मीद है कि आरा की जनता इस बार आरा को ऐसी ताकतों से हमेशा के लिए मुक्त कर देगी.

काराकाट से राजाराम सिंह ने किया नामांकन
आज कारकाट लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से भाकपा-माले प्रत्याशी काॅ. राजाराम सिंह ने अपना नामांकन किया. उनके नामांकन में माले महासचिव काॅ. दीपंकर भट्टाचार्य, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के राष्ट्रीय समन्वयक वीएम सिंह, चर्चित राजनीतिक विश्लेषक व किसान नेता योगेन्द्र यादव, बगोदर के पूर्व विधायक विनोद सिंह, भाकपा-माले के राज्य सचिव कुणाल, वरिष्ठ माले नेता केडी यादव सहित कई वरिष्ठ नेता उनके नामांकन में शामिल हुए. नामांकन के बाद रोहतास के नासरीगंज में एक विशाल सभा आयोजित की गई. 

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