भोपाल,26 अप्रैल। भारत में महात्मा गांधी की 150 वीं वर्षगांठ पर अनेक कार्यक्रम होंगे। इस कार्यक्रम को अन्तराष्ट्रीय क्षितिज पर ले जाने का प्रयास हो रहा है। इसका नाम है जय जगत 2020। जय जगत अन्तराष्ट्रीय अभियान में राजगोपाल पी.वी. एवं जिल कार हैरिस हैं। उन दोनों के अनुसार जय जगत 2020 एक प्रतिष्ठित वैश्विक अभियान है,इसका उदेश्य करोडों गरीब, वंचित और असमानता के शिकार लोगों के जीवन में न्याय और शांति स्थापित करना है। जय जगत का अर्थ समावेशी और शांतिपूर्ण विश्व विजय है। महत्मा गांधी द्वारा दिये गये जय जगत के संदेश ने वैश्विक स्तर पर अनेकों अन्दोलनों को प्रेरणा दी है। महात्मा गांधी की 150वीं वर्षगांठ को संयुक्त राष्ट्र के संदेश ‘अन्त्योदय‘ के साथ जोड़ना है।
इस अन्दोलन के महत्वपूर्ण है कि हम अहिंसा को स्थापित करें और आने वाली पीढ़ियों को युद्ध रहित और जलवायु संकट से मुक्त दुनिया दे पाएँ। जय जगत पदयात्रा गांधी विचारो के साथ 2 अक्टूबर 2019 से शुरू होकर एक वर्ष चलते हुए जिनेवा पंहुचेगी। पदयात्रा इस दौरान 14 देश एवं 10,000 किलोमीटर का सफर तय करेगी। यात्रा के रास्ते में आमजन कि आवाजों एवं संदेशों को समझने के लिए विभिन्न पड़ावो पर संवाद आयोजित किये जायेंगे। भारत और जॉर्जिया में शांति कि स्थिति भिन्न है इसके बावजूद यात्रा का स्वरुप एकजुटता दर्शाता है। यात्रा के स्विट्जरलैंड पहुंचने के साथ ही विभिन्न यात्राएँ यूरोप और उत्तरी अफ्रीका से सितंबर 2020 में मुख्य यात्रा के साथ ही जिनेवा पहुँचेगी। अगले 8 दिनो में कई कार्यक्रम आयोजित होंगे। इन आयोजनों का उद्देश्य है कि संयुक्त राष्ट्र का नेतृत्व वंचितों ओर जमीनी कार्यकर्ताओं की बात आवश्यक रुप से सुने। जय जगत की भरतीय टीम और अन्तराष्ट्रीय नेतृत्व की ओर से हम आपसे निवेदन करते है कि आप जय जगत 2020 को आर्थिक सहयोग दें। इस अभियान का बजट 3.7 करोड रुपए है,ये बजट भोजन, ठहरने की व्यवस्था, स्वास्थ्य बीमा और वीजा के अनुमानित खर्चों पर आधारित है।
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