महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता : मोदी - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

शुक्रवार, 10 मई 2019

महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता : मोदी

maha-milavati-government-means-chaos-and-instability-in-the-country-modi
आजमगढ़ 09 मई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी ने महागठबंधन पर हमला बोलते हुये कहा “जो लोग केंद्र में एक खिचड़ी सरकार चाहते हैं, उनसे सावधान रहना बहुत आवश्यक है। देश मेें महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता।” श्री मोदी ने गुरूवार को यहां मंदुरी में भाजपा की विजय संकल्प रैली को संबोधित करते हुये कहा कि महामिलावटी लोगों की फैलाई अस्थिरता देश ने 20 वर्ष पहले भी देखी थी। उन्होंने कहा कि महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता का माहौल फैलाना है। प्रधानमंत्री ने कांग्रेस के साथ ही महागठबंधन पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि याद कीजिए, आजमगढ़ की साख के साथ इन लोगों की सरकार के समय किस तरह का खिलवाड़ किया था, जब भी कोई आतंकी हमला होता था, तो उसके तार खोजते हुए एजेंसियां आज़मगढ़ पहुंच जाती थीं। यह सब किसके कारण हुआ। महामिलावटी सरकार का मतलब देश में अराजकता और अस्थिरता। वर्ष 2014 तक देश भर में बम ब्लास्ट होते थे, लेकिन अब जम्मू कश्मीर के कुछ ही हिस्सों तक ही सिमट कर रह गया। मिलावट वालों ने देश को खतरे में डाला। पाकिस्तान को मदद की। आजमगढ़ का नाम हमारी सरकार के पहले जिले का नाम आतंक से जुड़ता था। हमने आतंक पर लगाम लगाई। अब आतंकी जम्मू कश्मीर में हैं। हमने पाक में घुसकर हमला किया। उन्होंने कहा कुछ लोग केंद्र में एक खिचड़ी सरकार चाहते हैं, जिससे वे लूटपाट कर सके। महामिलावटी सरकार से सावधान रहना होगा। उन्होंने कहा कि जब देश में संयुक्त मोर्चा नाम की सरकार थी। इसका परिणाम था कि देश को बार -बार चुनाव का सामना करना पड़ा। इसके बाद 2004 से लेकर 2014 तक फिर देश ने ऐसी महामिलावटी सरकार देखी, जिसने देश को दुनिया में शर्मिंदा किया। कांग्रेस के दस वर्ष के शासन में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं था, जहां घोटाले और घपले नहीं हुए।

कोई टिप्पणी नहीं: