मोदी ने आबे से भगोड़े आर्थिक अपराधियों के मुद्दे पर चर्चा की - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 28 जून 2019

मोदी ने आबे से भगोड़े आर्थिक अपराधियों के मुद्दे पर चर्चा की

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ओसाका, 27 जून,  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जापान के अपने समकक्ष शिंजो आबे के साथ वैश्विक अर्थव्यवस्था, भगोड़े आर्थिक अपराधियों और आपदा प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की और अक्टूबर में होने वाले सम्राट नारुहितो के राज्याभिषेक कार्यक्रम में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शिरकत करने का ऐलान किया। जापान में रीवा युग की शुरुआत और मोदी के दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों नेताओं के बीच यह पहली मुलाकात है।  प्रधानमंत्री ने आबे और जापान के नागरिकों को रीवा युग की शुरुआत के लिये बधाई दी। एक मई को नए सम्राट नारुहितो के पद संभालने के साथ ही जापान में रीवा युग की शुरुआत हो गई। जापान में सम्राट के बदलने के साथ ही युग बदल जाता है। रीवा नये युग के लिये इस्तेमाल किया जाने वाला शब्द है। यह दो अक्षरों "री" और "वा" से मिलकर बना है, जिसमें री का अर्थ है "आदेश" या "शुभ" अथवा "अच्छा" और वा का अर्थ होता है "भाईचारा"। जापानी भाषा में इस शब्द का इस्तेमाल ‘शांति’ के लिये भी किया जाता है। मोदी ने अपने साथ जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल के गर्मजोशी से स्वागत के लिये आबे का शुक्रिया अदा किया। उन्होंने जी-20 के अध्यक्ष के रूप में जापान के नेतृत्व की भी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वह वार्षिक शिखर बैठक के लिये इस साल के उत्तरार्द्ध में आबे की भारत यात्रा को लेकर उत्सुक हैं। बाद में मीडिया को संबोधित करते हुए विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच बैठक "गर्मजोशी" भरी रही, जो "पुराने दोस्त" भी हैं। दोनों के बीच द्विपक्षीय रिश्तों पर "काफी रचानात्मक और विस्तृत चर्चा" हुई। गोखले ने कहा, "आबे ने जी-20 शिखर सम्मेलन से अपनी अपेक्षाओं के साथ चर्चा शुरू की। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने के महत्व के बारे में भी बात की।"  उन्होंने कहा कि आबे ने भगोड़े आर्थिक अपराधियों के मुद्दे पर पिछले जी-20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी की पहलों का भी जिक्र किया और कहा कि जी-20 को भ्रष्टाचार विरोधी उपायों के तहत इस समस्या से निपटना चाहिये। मोदी ने कहा कि वह सितंबर की शुरुआत में व्लादिवोस्टक में पूर्वी आर्थिक मंच के सम्मेलन के दौरान आबे से दोबारा मुलाकात करने को लेकर उत्सुक हैं। मोदी रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि होंगे। मोदी ने पूर्वोत्तर भारत में ढांचागत परियोजनाओं में जापान के योगदान की भी प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने आपदा विरोधी ढांचा खड़ा करने में जापान का सहयोग भी मांगा।

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