अरुण कुमार (आर्यावर्त) एक बहुत ही उम्दा लोकोक्ति जो कि बहुत ही पुरानी है,जिसकी लाठी उसकी भैंस वाली कहावत को हू-ब-हू चरितार्थ करती दियारा की आपराधिक वारदात।बेबस पुलिस कि कहानी बछवाड़ा प्रखंड क्षेत्र में तो जगजाहिर है ही, मगर शायद जिले के पुलिस कप्तान एवं सरकार के कार्यशैली व ईमान में भी लगातार बट्टे लग रही है।गोलियों की गर्जना एवं मौत की घटना माह भर में आधे दर्जन मौत के कारण सरकारी व्यवस्था और पुलिसप्रशासन का निकम्मापन साफ दिख रहा है।दियारा के चमथा से लेकर श्रवणटोल तक युं तो अधिकतर गोलीबारी गैर-मजरूआ जमीनों पर कब्जा जमाने हेतु बर्चस्व के कारण ही होती रही है। गौरतलब है कि इसी दियारा के चमथा गांव में पुर्व मुख्य सचिव एवं वर्तमान मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार अंजनी कुमार सिंह का घर है।घटनाओं के इसी कड़ी में सोमवार को चमथा गोपटोल में जमीनी विवाद को लेकर जमकर गोलीबारी हुई।जिसमें अज्ञात अपराधियों द्वारा दियारा के किसान परमानन्द राय के 20 वर्षीय पुत्र गोलु कुमार को गोली मार दी।अचानक हुए गोलियों की गर्जना सुनकर ग्रामीण दौड़ परे। जहां घायल किसान पुत्र को ग्रामीणों ने आनन-फानन में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछवाडा़ में भर्ती कराया।जहां चिकीत्सकों के द्वारा प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर ईलाज हेतु सदर अस्पताल बेगूसराय रेफर कर दिया है। घटना को लेकर समाचार लिखे जाने तक किसी प्रकार की कोई प्राथमिकी थाने में नहीं दर्ज हो सकी है।हलांकि थानेदार परसुराम सिंह ने बताया कि आस-पास के ग्रामीणों एवं स्थानीय चौकीदार से पुछताछ की जा रही है। जल्द ही कार्यवाई की जाएगी।
सोमवार, 8 जुलाई 2019
बिहार : पुलिस प्रशासन सुस्त,आपराधिक गतिविधियों बढ़ोत्तरी लोगों में मची हाहाकार
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