अरुण कुमार (आर्यावर्त) मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय की ओर से दरभंगा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के महिला विभाग व शिशु विभाग में “स्तनपान केंद्र “का निर्माण किया जा रहा है। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय पूरे भारतवर्ष में महिलाओं की निजता के अधिकार को लेकर लगातार अभियान चला रही है।अक्सर देखा गया है कि जिन महिलाओं के गोद में नवजात शिशु होते हैं उन्हें अपने नवजात शिशुओं को स्तनपान कराने के लिए एक उचित स्थान की व्यवस्था कहीं भी नहीं है।इस कारण उन्हें खुले में असहजता और मजबूरी के साथ इस काम को करना पड़ता है। डीएमसीएच में भी हजारों महिलाएं दूर देहात से इलाज कराने के लिए डीएमसीएच आती हैं, जिनके गोद में बच्चे होते हैं और उन्हें दूध पिलाना होता है।लेकिन उचित स्थान नहीं होने के कारण विभिन्न तरह के पुरुषों से घिरी हुए महिलाएं मजबूरी में अपने नवजात का भूख मिटाने हेतु खुले में स्तनपान कराती हैं।जो कि महिलाओं की निजता का हनन है। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय के राष्ट्रीय अध्यक्ष रोहित कुमार सिंह के विशेष देखरेख एवं आह्वान पर पूरे भारतवर्ष में इस अभियान की शुरुआत की जा रही है।जिसका शुभारंभ डीएमसीएच के महिला एवं शिशु विभाग से होगा।70 हजार की लागत से बन रहा स्तनपान केन्द्र मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय के मुख्य सहयोगीयों के रूप में दिल्ली पारा मेडिकल एवं मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट,दरभंगा व सरस्वती विद्या मंदिर मनीगाछी,दरभंगा है।प्रदेश महासचिव अंकुर गुप्ता,जिलाध्यक्ष(युवा प्रकोष्ठ)विवेक कुमार चौधरी,जिलाध्यक्ष(महिला प्रकोष्ठ)संगीता साह,जिला उपाध्यक्ष(महिला प्रकोष्ठ)स्वेता कुमारी के संरक्षण में निर्माण का कार्य प्रगति पर है।यह एक अच्छी पहल मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय की ओर से की गई है इससे मानव में मानवता का भाव रहेगा साथ ही नारी को भी अपने बच्चों की समुचित देखभाल में कोई कठिनाई नहीं होगी।यह पहल महिला सम्मान के लिये अत्यन्त आवश्यक कार्य था जो अब इस ओर जाना संभव हुआ है।
रविवार, 14 जुलाई 2019
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दरभंगा : DMCH के महिला एवं शिशु विभाग में स्तनपान केन्द्र निर्माण कार्य का हुआ श्रीगणेश
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