- सेंटर फॉर डेवलपमेंट एंड कम्यूनिकेशन (सीडीसी, जयपुर) की टीम जून में नगर निगम पहुंची थी - टीम के सदस्यों ने नगर निगम में बाकायदा डेमो कर कंक्रीट कचरे से तैयार होने वाले उत्पादों की जानकारी साझा की
कुमार गौरव । पूर्णिया : नगर निगम में एक के बाद एक नए नए प्रयोग किए जा रहे हैं। जिसका असर आगामी छह माह के अंदर दिखने लगेगा। कोल्ड फॉगिंग, फुट ओवरब्रिज, एक्सीडेंटल प्रॉन एरिया के बाद अब कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन (सी एंड डी) का टेंडर होगा। हालांकि पूर्व में क्रय समिति के सदस्यों ने बैठक में सी एंड डी के कागजात में तकनीकी कमी के कारण टेंडर को रद्द कर दिया था लेकिन नए सिरे जो कागजात तैयार किए गए हैं। उसमें शहर के कंक्रीट कचरे को कलेक्ट कर प्रोसेसिंग के बाद पेवर ब्लॉक, टाइल्स, कोर सैंड (बालू) तैयार किए जाएंगे। जिसका इस्तेमाल काफी कम खर्च पर सड़क निर्माण व फुटपाथ निर्माण में किया जाएगा। जून माह में सेंटर फॉर डेवलपमेंट एंड कम्यूनिकेशन (सीडीसी, जयपुर) की टीम नगर निगम पहुंची थी और उनके सदस्यों ने नगर निगम में बाकायदा डेमो कर कंक्रीट कचरे से तैयार होने वाले उत्पादों की जानकारी साझा की थी।
...निर्माण सामग्री पर 40 फीसदी तक कम होंगे खर्च :
इस संबंध में हरमन शाह (कंसलटेंट) बताते हैं कि सी एंड डी की टेंडरिंग प्रक्रिया के लिए सारी कागजी कवायद पूरी कर ली गई है। जल्द ही टेंडर की तिथि नगर आयुक्त विजय कुमार सिंह के द्वारा तय की जाएगी। जिसके बाद प्लांट बनाने का रास्ता साफ हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सूखा व गीला कचरा के अलावा पुराने मकानों व अन्य कंस्ट्रक्टशन को तोड़ने के बाद सड़कों पर बिखरे कंक्रीट कचरे को एकत्रित कर उससे निर्माण कार्य से संबंधित उत्पाद तैयार किए जाएंगे। इन उत्पादों को नगर निगम के द्वारा सड़क व फुटपाथ निर्माण में इस्तेमाल में लाया जाएगा। जिससे वर्तमान खर्च के सापेक्ष में देखें तो आगामी दिनों 40 फीसदी तक बचत की जा सकेगी। बता दें कि निगम द्वारा जो सड़क, नाला व अन्य निर्माण कार्य कराए जाते हैं और जो लाल बालू इस्तेमाल में लाया जाता है उसकी जगह कोर सैंड (कंक्रीट बालू) को इस्तेमाल में लाया जाएगा।
...जल्द होगी टेंडरिंग प्रक्रिया :
सी एंड डी की टेंडरिंग प्रक्रिया की जा रही है। जल्द ही तिथि का निर्धारण कर दिया जाएगा। इसे अमल में लाए जाने के बाद बेशक शहर को नया कांसेप्ट मिलेगा। नई तकनीक के सहारे कंक्रीट कचरे से तैयार उत्पाद बेहद किफायती व टिकाऊ होंगे। : विजय कुमार सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम पूर्णिया।
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