खड़गपुर (पश्चिम बंगाल), 27 अगस्त, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को संस्कृत भाषा की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह वैज्ञानिक भाषा है और उन्होंने इसके दुनिया की प्रथम भाषा होने का भी दावा किया। आईआईटी खड़गपुर के 65वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए निशंक ने कहा कि भारत सदियों से ज्ञान से विज्ञान तक का वैश्विक नेता रहा है। उन्होंने कहा कि भारत ने सदियों पूर्व दुनिया को योग और आयुर्वेद दिये और विज्ञान इनके पीछे आया। मंत्री ने कहा कि संस्कृत सबसे उपयोगी, सबसे वैज्ञानिक भाषा है और कंप्यूटर द्वारा पढ़ी जा सकती है। उन्होंने कहा, ‘‘संस्कृत दुनिया की पहली भाषा है।’’ देश के समृद्ध इतिहास और संस्कृति का उल्लेख करते हुए निशंक ने गंगा नदी को ‘मां और जीवन’ की संज्ञा दी। निशंक ने कहा कि हिमालय ‘नीलकंठ’ की तरह सारा विष पीकर विकसित देशों के प्रदूषण से पर्यावरण को बचा रहा है। मंत्री ने कहा कि आर्थिक विकास के मामले में भारत दुनिया के शीर्ष पर पहुंच रहा है और अर्थव्यवस्था के मामले में चीन को छोड़कर तेजी से आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘एफडीआई के मामले में भारत ने अमेरिका को पीछे छोड़ दिया है।’’
मंगलवार, 27 अगस्त 2019
संस्कृत सबसे उपयोगी और वैज्ञानिक भाषा : निशंक
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